प्रशिक्षण में प्राप्त ज्ञान को पशुपालक अपने तक ही सीमित न रखें

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Published on : 29 Jun, 25 03:06

पशुपालकों के प्रशिक्षण शिविर का समापन

प्रशिक्षण में प्राप्त ज्ञान को पशुपालक अपने तक ही सीमित न रखें

राजकीय पशुपालन प्रशिक्षण संस्थान में आयोजित त्रिदिवसीय आवासीय पशुपालक प्रशिक्षण शिविर का समापन शनिवार को हुआ। प्रशिक्षण में प्रतापगढ़, भीलवाड़ा, राजसमन्द, चित्तौड़गढ़ एवं उदयपुर जिले के चयनित 35 पशुपालकों को दिया।
समापन समारोह में उपनिदेशक डॉ सुरेंद्र छंगाणी ने कहा कि प्रशिक्षण में प्राप्त ज्ञान को पशुपालक अपने तक ही सीमित न रखें अपितु अपने क्षेत्र के अन्य पशुपालक को भी उपलब्ध करवाकर उनको लाभान्वित करने को प्रयास करें। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण में दी गई पशु प्रबंधन की छोटी छोटी जानकारियां रोगग्रस्त पशुओं का घेरलू प्राथमिक उपचार इत्यादि की अन्य पशुपालकों को ज्ञानवर्धक जानकारियां देकर जनस्वास्थ्य की दृष्टि से स्वच्छ दुग्ध उत्पादन प्राप्त करने के लिये प्रेरित करें। अतिरिक्त निदेशक डॉ. लक्ष्मीनारायण ने विभागीय कार्यक्रम गतिविधियों की जानकारियां देते हुए उससे लाभान्वित होने की बात कही। डॉ. पदमा मील ने बताया कि पशुपालकों ने उदयपुर दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड संयंत्र का भ्रमण कर स्वच्छ दुग्ध उत्पादन के कार्यकलापों की जानकारी ली। प्रशिक्षण में डॉ. हसंकुमार जैन, डॉ. सविता मीणा, डॉ. सुरेन्द्र छंगाणी, डॉ. ओमप्रकाश साहू, डॉ. पदमा मील डॉ. लक्ष्मीनारायण, स्वप्निल भावसार, चन्द्रशेखर गुर्जर, पन्नालाल शर्मा आदि ने विभिन्न विषय वस्तुओं पर प्रशिक्षण दिया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. ओमप्रकाश साहू ने किया।


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