उदयपुर। “जब जनता को साथ में जोडकर सरकार द्वारा कार्य किया जाता है तो सफलता निश्चित रुप से मिलती है। देश के विकास कार्यों में सहयोग देना राष्ट्र-धर्म है। देश में औद्योगिक विकास के फलस्वरुप आज भारत विश्व की तीसरी सबसे बडी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। भामाशाह जैसे दानवीरों की बदौलत मेवाड की पुण्य धरा पहले से गौरवान्वित है और आज भी औद्योगिक क्षेत्र में इन्फ्रास्ट्रक्चर सुविधाओं के विकास एवं रख-रखाव में उद्यमी उदारता से अपना सहयोग प्रदान कर रहे हैं। यह हम सभी के लिये गर्व की बात है।“
उपरोक्त विचार पंजाब के राज्यपाल एवं चण्डीगढ़ के प्रशासक श्री गुलाबचन्द कटारिया ने यूसीसीआई में व्यक्त किये। उदयपुर चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्री द्वारा यूसीसीआई भवन के पीपी सिंघल ऑडिटोरियम में दोपहर 12 बजे पंजाब के राज्यपाल एवं चण्डीगढ के प्रशासक श्री गुलाबचन्द कटारिया के साथ एक परिचर्चात्मक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में राजस्थान सरकार के पूर्व मुख्य सचिव श्री पी.एन. भण्डारी, रीको, जयपुर के महाप्रबन्धक श्री डी.के. शर्मा उपस्थित थे।
कार्यक्रम के आरम्भ में अध्यक्ष श्री मनीष गलुण्डिया ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि जब सरकार की दूरदर्शिता और निजी क्षेत्र की सक्रिय भागीदारी मिलती है, तो ऐसे असाधारण कार्य संभव हो जाते हैं। श्री गलुण्डिया ने औद्योगिक क्षेत्र में आधारभूत सुविधाएं जुटाने एवं उनके मैन्टेनेन्स में यूसीसीआई का पूर्ण सहयोग प्रदान किये जाने का संकल्प व्यक्त किया।
वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री संदीप बापना ने कार्यक्रम के आयोजन की विषयवस्तु को रेखांकित करते हुए मेवाड-हार्मनी ग्रुप द्वारा भविष्य में इस प्रकार की परियोजनाओं में सहयोग देने का आश्वासन दिया।
कार्यक्रम के दौरान पब्लिक प्राईवेट पार्टनरशिप के तहत मेवाड औद्योगिक क्षेत्र में सडक के निर्माण हेतु उदारता से दान देने वाले भामाशाहों का सम्मान किया गया।
रीको की ओर से यूसीसीआई के संरक्षक एवं मेवाड-हारमनी के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर का विशेष सम्मान किया गया। श्री गुलाबचन्द कटारिया ने अरावली मिनरल्स के श्री मांगीलाल लूणावत एवं सुनील लूणावत, फ्यूजन बिजनेस सॉल्यूशंस से श्री मधुकर दुबे एवं श्रीमति श्वेता दुबे, वेस्टर्न ड्रग्स से श्री बीएल डागलिया एवं विक्रम रांका, आर्कगेट टैक्नोलॉजी से श्री कुणाल बागला एवं निशांत बागला, चोकसी हेराईज से श्री किशोर चोकसी का सम्मान किया गया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि श्री पी.एन. भण्डारी ने दानदाताओं के सहयोग से कार्यान्वित की जाने वाली योजनाओं की रुपरेखा प्रस्तुत की। कार्यक्रम में उपस्थित उद्यमियों को सम्बोधित करते हुए श्री गुलाबचन्द कटारिया ने कहा कि जनहित में ब्यूरोक्रेसी को सख्त कदम उठाने से हिचकिचाना नहीं चाहिये। जनहित के कार्यों में दानदाताओं के सहयोग पर चर्चा करते हुए श्री कटारिया ने कहा कि प्रदेश के शिक्षामंत्री के पद पर रहते हुए उन्होंने दानदाताओं के सहयोग से सरकारी स्कूलों हेतु आधारभूत सुविधाएं जुटाने की मुहिम शुरु की थी। इसी प्रकार महाराणा भूपाल चिकित्सालय में दानदाताओं द्वारा 100 करोड रुपये से भी अधिक का सहयोग प्रदान कर चिकित्सा हेतु सबसे नवीनतम एवं आधुनिक मशीनें उपलब्ध करवाई हैं। आयड नदी को प्रदूषणमुक्त करने में उदयपुर के दानदाताओं सहयोग प्रदान किया गया। उदयपुर की जनता को स्वच्छ पेयजल मुहैया करवाने हेतु दानदाताओं द्वारा जगह-जगह वाटर एटीम लगवाये गये हैं। दानदाताओं के सहयोग से जरुरतमंदों को कई वर्षों से निःशुल्क भोजन उपलब्ध करवाया जा रहा है। किन्तु दानदाताओं के सहयोग से औद्योगिक क्षेत्रों में इन्फ्रास्ट्रक्चर सुविधाओं के विकास एवं रख-रखाव में सहयोग प्रदान करके विकास कार्या में सहयोग देना एक नई शुरुआत है। इससे सरकार द्वारा नए औद्योगिक क्षेत्रों के विकास का मार्ग प्रशस्त होगा।