नाबार्ड एवं केन्द्रीय सहकारी बैंक उदयपुर के संयुक्त तत्वाधान में वित्तिय समावेशन पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

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Published on : 18 Jun, 25 01:06

नाबार्ड एवं केन्द्रीय सहकारी बैंक उदयपुर के संयुक्त तत्वाधान में वित्तिय समावेशन पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन


संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा घोषित अन्तर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 के अन्तर्गत नाबार्ड एवं केन्द्रीय सहकारी बैंक उदयपुर के संयुक्त तत्वाधान में वित्तिय समावेशन पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डाॅ राजीव सिवाच मुख्य महाप्रबंधक, नाबार्ड, जयपुर थे। मुख्य अतिथि का पुष्प गुच्छ एवं उपरणा द्वारा स्वागत सहकारिता विभाग, उदयपुर संभाग की अतिरिक्त रजिस्ट्रार महोदया श्रीमती गुंजन चैबे, क्षेत्रीय अकक्षेण अधिकारी श्री आशुतोष भट्ट नाबार्ड, उदयपुर के जिला विकास अधिकारी श्री नीरज यादव तथा बैंक प्रबंध निदेशक ड़ाॅ मेहजबीन बानो ने किया।
कार्यक्रम के आरंभ ने डाॅ धर्मेश मोटवानी ने अन्तर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 के अन्तर्गत आयोजित विगत 6 महीनों के कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए बताया कि ’म्हारो खातों म्हारो बैंक’, ’ग्राहक जोडो अभियान’, माईक्रो एटीएम वितरण आदि जैसे कार्यक्रमो से ना केवल बैंक की वित्तिय सक्षमता सुदृढ हुई है, वरन बैंक आमजन को भी सहकारिता के आंदोलन से जोडने में सफल हुआ है।
अपने स्वागत उद्बोधन में नाबार्ड, उदयपुर के जिला विकास अधिकारी श्री नीरज यादव ने आमंत्रित अतिथियों का स्वागत करते हुए वर्तमान परिप्रेक्ष्य में वित्तिय समावेशन की महत्ता को रेखांकित किया। उन्होने यह भी बताया कि किस तरह से नाबार्ड का वित्त पोषण केन्द्रीय सहकारी बैंको के व्यव्साय वद्धि में सहायक हो रहा है।
मेजबान बैंक की वित्तिय स्थिति एवं विभिन्न योजनाओं की प्रगति से सम्मानित मंच को अवगत करवाने के लिए श्री वैभव गौड वरिष्ठ प्रबंधक (लेखा एवं वित्त) ने पावर पोईंट प्रस्तुतीकरण दिया। श्री गौड ने बताया कि विगत पाॅच वर्षो में बैंक की जमाओं एवं ऋण वितरण में उत्तरोत्तर प्रगति हुई है तथा बैंक सहकार से समृद्धि अभियान की सभी योजनाओं में उत्तम प्रदर्शन कर रहा है। बैंक कार्यक्षेत्र की सर्वश्रेष्ठ समिति ’राज्यावास ग्राम सेवा समिति’ की कार्य़शैली का प्रस्तुतिकरण एक छोटी सी डोक्यूमंेट्री के माध्यम से किया गया।
कार्यक्रम में विशेष रुप से आंमत्रित श्री लक्षमण मेघवंशी, क्षेत्रीय प्रबंधक, क्रिसिल फाउडेंशन ने वित्तिय समावेशन पर व्याख्यान दिया। श्री मेघवंशी ने बताया कि वित्त मंत्रालय विभिन्न योजनाओं के माध्यम से देश के प्रत्येक नागरिक को वित्तिय समावेशन में शामिल करने के लिए प्रयासरत है। उन्होने यह भी बताया कि किस तरह से आमजन बैंक की सेवाओं का लाभ उठाकर अपने दैनिक वित्त को श्रेष्ठ तरीेके से उपयोग में ला सकते है। श्री मेघवशी ने बहुत ही सरल शब्दों में सभा को वित्तिय धोखाधडी से बचने के तरीके बताए। उन्होने कहा की कभी भी अपना ओटीपी किसी के साथ साझा नही करें, अनजाने नम्बरों से आए काॅल पर अपनी बैंक डिटेल्स ना बताए तथा अनजाने लिंक को किल्क नही करे। यदि असावधानीवश धोखाधडी हो जाए तो इसकी जानकारी तुरन्त नजदीकी साइबर क्राईम पुलिस थाने में एवं 1930 नम्बर पर काॅल करके देवे।
कार्यक्रम के दौरान ही बैंक कार्यक्षेत्र की 5 समितियों को माईक्रो एटीएम का वितरण किया गया तथा 6 समितियाॅ जो कम्प्यूटराईज होने के पश्चात् अपने दैनिक कार्य कम्प्यूटर के माध्यम से कर रहे है उन्हे ई-पैक्स प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया। बैंक में वर्तमान में संचालित सहकार किसान कल्याण योजना के 2 लाभार्थियों तथा गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना के 4 लाभार्थियों को सांकेतिक चैक का वितरण किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ड़ाॅ राजीव सिवाच, मुख्य महाप्रबंधक, नाबार्ड ने अपने उद्बोधन में कहा कि सहकारिता अब केन्द्र सरकार की प्राथमिकता बन चुका है, इसलिए केन्द्र स्तर पर अलग से सहकारिता मंत्रालय की स्थापना की गई है। ड़ाॅ सिवाच ने कहा कि तकनीक के सही प्रयोग से ही बैकिंग क्षेत्र की प्रगति संभव है। इसलिए पैक्स कम्प्यूटराईजेशन योजना के अन्तर्गत सभी समितियों को गो-लाईव करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होने कहा कि केवल गो-लाईव होना ही काफी नही है, समितियों को दैनिक आधार पर अपने कार्यो को साॅफ्टवेयर के माध्यम से करना है, तथा अपने कार्यो में पारदर्शिता लाकर प्रगति पथ पर अग्रसर होना है। डाॅ सिवाच ने उदयपुर केन्द्रीय सहकारी बैंक लि. की प्रगति पर संतोष जाहिर किया।                                                                                                                                      
कार्यक्रम के अन्त में धन्यवाद ज्ञापन बैंक प्रबंध निदेशक ड़ाॅ मेहजबीन बानो ने किया तथा उन्होने नाबार्ड से मिलने वाली वित्तिय सहायता की राशि में वृद्धि करने के लिए कहा, जिससे कि बैंक अधिक से अधिक कृषको को ऋण वितरण कर सके। सम्पूर्ण कार्यक्रम मंच ंसंचालन ड़ाॅ धर्मेश मोटवानी न किया।
कार्यक्रम पश्चात आमंत्रित अतिथियों ने ’एक पेड माॅ के नाम’ अभियान के तहत् वृक्षारोपण किया। कार्यक्रम में श्रीमती गुंजन चैबे, अतिरिक्त रजिस्ट्रार, सहकारिता विभाग खण्ड उदयपुर,  श्री आशुतोष भट्ट अकंक्षेण अधिकारी, श्री नीरज यादव, जिला विकास अधिकारी, नाबार्ड, श्री संजय गुप्ता जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक उदयपुर, श्री लोकेश जोशी उप रजिस्ट्रार, डाॅ प्रमोद कुमार महाप्रबंधक उदयपुर सहकारी उपभोक्ता थोक भंडार, श्री कौटिल्य भट्ट विशेष लेखा परीक्षक, बैंक के अधिकारी कर्मचारी तथा बैंक कार्य क्षेत्र के 80 से अधिक व्यवस्थापक, कृषक एवं राजीविका की महिलाऐं उपस्थित रही।


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