उदयपुर। जल संचय और पर्यावरण संरक्षण के प्रति आमजन को जागरूक करने के उद्देश्य से राज्य सरकार की ओर से प्रारंभ किए गए वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के तहत सोमवार को कलक्ट्रेट मिनी सभागार में जिला कलक्टर नमित मेहता के निर्देशन में मीडिया राउण्ड टेबल परिचर्चा आयोजित की गई। इसमें प्रशिक्षु आईएएस सृष्टि डबास और जलग्रहण के अधीक्षण अभियंता व कार्यवाहक एसीईओ अतुल कुमार जैन ने मीडिया कर्मियों को अभियान की प्रगति से अवगत कराया।
परिचर्चा को संबोधित करते हुए प्रशिक्षु आईएएस सृष्टि डबास ने कहा कि जल संचय या पर्यावरण संरक्षण एक दिन या 15 दिन के अभियान तक सीमित रहने वाला विषय नहीं है। यह दैनिक जीवन का हिस्सा होना चाहिए। माननीय मुख्यमंत्री जी की भी यही मंशा है। जल संचय के संदेश को आमजन तक पहुंचा कर उनकी दैनिक जीवन की आदत में शामिल करना होगा। इसके लिए मीडिया की भूमिका बहुत महत्वपूर्णा है। उन्होंने सभी मीडियाकर्मियों को जनहित और प्रकृति हित से जुड़े इस विषय में सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हुए जन-जन तक संदेश पहुंचाने का आह्वान किया।
प्रारंभ में सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के उपनिदेशक गौरीकान्त शर्मा ने सभी मीडिया कर्मियों को स्वागत करते हुए परिचर्चा के संबंध में जानकारी दी। अधीक्षण अभियंता जलग्रहण एवं कार्यवाहक अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी अतुल जैन ने वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के उद्देश्य और आवश्यकता पर विस्तार से चर्चा करते हुए उदयपुर जिले में अभियान के तहत अब तक आयोजित गतिविधियों की पीपीटी के माध्यम से जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि 5 जून से प्रारंभ हुए अभियान के तहत उदयपुर जिले में अब तक 5500 से अधिक कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें 7 लाख से अधिक लोगों की सहभागिता रही है। उन्होंने बताया कि अभियान के तहत जल स्त्रोतों के साफ-सफाई, जीर्णोद्धार, वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर की सार संभाल, रैन वाटर हार्वेस्टिंग के संबंध में आमजन को जागरूक करने, हरयाळो राजस्थान अभियान के तहत पौधरोपण की तैयारियां, मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के तहत निर्मित जल संरचनाओं का लोकार्पण, अवलोकन, नई स्वीकृतियां जारी करना, श्रमदान के माध्यम से जलस्त्रोतों, गौशालाओं, पशु चिकित्सालयों में साफ-सफाई की गतिविधियां आदि आयोजित की गई। इसके अलावा आमजन को जागरूक करने के लिए कलश यात्राएं, जल पूजन, पीपल पूजन, दीपदान जैसे आयोजन हुए। बच्चों के माध्यम से आमजन तक संदेश पहुंचाने के लिए शिक्षा विभाग की ओर से निबंध, पोस्टर आदि प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जा रही हैं। कर्मभूमि से मातृभूमि अभियान के तहत भामाशाहों के सहयोग से भूमिगत जल रिचार्ज स्ट्रक्चर आदि भी बनवाए जा रहे हैं।
श्री जैन ने बताया कि भू जल की दृष्टि से उदयपुर जिले के सभी ब्लॉक अतिदोहन की श्रेणी में हैं। ऐसे में आगामी दिनों में भू जल स्तर में और अधिक गिरावट आनी तय है। वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के तहत सतही जल संचय के साथ ही भूजल स्तर में सुधार पर भी फोकस किया जा रहा है। साथ ही आमजन को भी इस संबंध में जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है।
परिचर्चा में प्रशिक्षु आईएएस सृष्टि डबास और अधीक्षण अभियंता अतुल जैन ने मीडिया कर्मियों की जिज्ञासाओं का भी समाधान किया। साथ ही परिचर्चा में शामिल सभी संभागियों को जल संचय का संकल्प दिलाया। इस दौरान जनसंपर्क अधिकारी विपुल शर्मा, सहायक जन संपर्क अधिकारी विनय सोमपुरा सहित बड़ी संख्या में मीडियाकर्मी उपस्थित