वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियानः निखरा जल स्त्रोतों का स्वरूप

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Published on : 13 Jun, 25 23:06

आमजन को समझाया वाटर हार्वेस्टिंग का महत्व जल परीक्षण की भी दी जानकारी

वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियानः निखरा जल स्त्रोतों का स्वरूप

 वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान उदयपुर जिले में जन आंदोलन का रूप ले चुका है। अभियान में उदयपुर जिला प्रदेश में अव्वल चल रहा है। अभियान के तहत जल स्त्रातों की साफ-सफाई सहित विविध गतिविधियां चल रही हैं। इससे जलस्त्रोतों का स्वरूप निखर उठा है। इसी क्रम में शुक्रवार को अभियान के तहत जल संसाधन विभाग, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग तथा भूजल विभाग  की ओर से विविध कार्यक्रम हुए।

वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के सातवें दिन शुक्रवार को जल संसाधन विभाग की ओर से जिले भर में जल उपभोक्ता समूहों के माध्यम से कार्यक्रम हुए। इसमें जलस्त्रोतों पर श्रमदान किया गया। कैच द रैन अभियान के तहत आमजन को वाटर हार्वेस्टिंग का महत्व समझाया। जल उपयोगिता संगम एवं कृषक समूहों के सहयोग से नहरों, खालों की साफ-सफाई की गई। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के माध्यम से पेयजल स्त्रोतों यथा पानी की टंकियों आदि की साफ-सफाई की गई। लोगों को जल परीक्षण प्रक्रिया से अवगत कराया। कई स्थलों पर आमजन की उपस्थिति में पेयजल स्त्रातों से जल नमूने लेकर जांच की गई। भूजल विभाग के माध्यम से कर्मभूमि से मातृभूमि तक अभियान के तहत जल संचय संरचनाओं के कार्य हुए।

गंगु कुण्ड पर श्रमदान 14 को
वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के तहत जिला प्रशासन और नगर निगम के तत्वावधान में 14 जून को सुबह 7 बजे आयड़ स्थित गंगु कुण्ड पर जिला कलक्टर नमित मेहता के निर्देशन में श्रमदान एवं साफ-सफाई की जाएगी। कार्यक्रम में सभी जिला स्तरीय अधिकारी-कर्मचारीगण भाग लेंगे।


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