भारत माता को पुष्प अर्पित कर संस्कृत सेवा के संकल्प के साथ हुआ समापन

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Published on : 13 Jun, 25 01:06

ब्रह्म मुहूर्त में 101 दीयों से भारत माता पूजन के साथ संस्कृत के संवर्धन का लिया संकल्प

भारत माता को पुष्प अर्पित कर संस्कृत सेवा के संकल्प के साथ हुआ समापन

।उदयपुर,  सात दिन से उदयपुर किसान भवन रेती स्टैंड  में चल रहे आवासीय संस्कृत भाषा बोधन वर्ग का दीक्षांत ब्रह्म मुहूर्त में 101 दीयों के साथ भारत माता पूजन और संस्कृत के संवर्धन के संकल्प के साथ पूर्ण हुआ। 

सभी शिविरार्थियों, प्रबंधकों, शिक्षकों ने एक-एक दीप प्रज्वलित कर भारत माता की छवि पर पुष्प अर्पित किया एवं साष्टांग नमन करके संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए संस्कृत भारती का सक्रिय कार्यकर्ता बनने का संकल्प लिया। 

 

 

 

 

गुरुवार प्रात: वेला में हुए इस दीक्षांत समारोह में मुख्य शिक्षक श्रीयांश कंसारा ने एकात्मकता स्तोत्र करवाकर भारत माता पूजन करवाया। 

दीक्षांत बौद्धिक के रूप में प्रांत मंत्री डॉ परमानंद शर्मा ने संस्कृत संभाषण के माध्यम से संस्कृत, संस्कार और सनातन धर्म की रक्षार्थ भारत माता के सम्मान और गौरव बढ़ाने के लिए कार्य करने के लिए स्वप्रेरित होकर संकल्पबद्ध होने का आह्वान किया। 

इस अवसर पर संस्कृत भारती के प्रांत संपर्क प्रमुख डॉ यज्ञ आमेटा, मुख्य संरक्षक मानाराम चौधरी, मुख्य शिक्षक श्रीयांश कंसारा, व्यवस्थापक किशोर जोशी, अध्यक्ष संजय शांडिल्य,  प्रांत के डॉ रेनू पालीवाल, वर्ग संयोजक नरेंद्र शर्मा, विभाग के दुष्यंत नागदा, प्रबंधक मुकेश कुमावत, महानगर से गोविंद, चैनशकर दशोरा, मंगल जैन, कुलदीप जोशी, विकास डांगी, मेहरान , जय, सोनल आदि का प्रमुख योगदान रहा।


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