उदयपुर | विश्व पर्यावरण दिवस पर "हरा भरा ग्रुप" द्वारा प्रेरणादायक गोष्ठी एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर “स्वच्छ-हरा उदयपुर – हमारा संकल्प, हमारी जिम्मेदारी” की भावना के साथ प्रकृति के संरक्षण हेतु ठोस कदम उठाने का आह्वान किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ. राजश्री गांधी द्वारा कोविड के समय विकसित किए गए टेरेस गार्डन से हुआ, जो पर्यावरण संरक्षण का जीवंत उदाहरण है। यह गार्डन तीन मंजिलों में फैला हुआ है और प्राकृतिक, आध्यात्मिक एवं भावनात्मक जुड़ाव से युक्त अनेक पौधों का घर है।डॉ. गांधी ने रूफटॉप गार्डनिंग, जैविक खाद निर्माण और जीरो वेस्ट किचन जैसी विधियों को समझाकर सभी को जैविक जीवन अपनाने हेतु प्रेरित किया।
कार्यक्रम में गोष्ठी का आयोजन भी किया गया, जिसमें प्लास्टिक और पॉलिथीन मुक्त उदयपुर हेतु विशेष योजनाएं साझा की गईं।
ग्रुप अध्यक्ष अनिल गुप्ता और संस्थापक संजय बजाज ने बताया कि अब प्रत्येक घर से एकत्र पॉलिथीन को प्लास्टिक की बोतलों में भरकर संग्रहित किया जाएगा — यह जागरूकता का प्रतीक बनेगा और इंदौर की तर्ज पर उदयपुर को स्वच्छता के शीर्ष पायदान पर पहुँचाने का प्रयास होगा।
पर्यावरणविद् डॉ. एम. जी. वार्ष्णेय ने बताया कि उनके मार्गदर्शन में लगाए गए 5000 से अधिक वृक्ष अब विशाल रूप लेकर वातावरण को शुद्ध कर रहे हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि हर व्यक्ति को जीवन में कम से कम 5 वृक्ष अवश्य लगाने चाहिए।
सेक्रेटरी लोकेश पारख ने घोषणा की कि ग्रुप का शीघ्र रजिस्ट्रेशन करवा कर माननीय जिलाधीश महोदय के निर्देशन में हर वर्ष नियमित पर्यावरण मिशन चलाया जाएगा। सोलर गैस चूल्हा हर घर में उपयोग कर पर्यावरण की दृष्टि से एक नई पहल के कार्यान्वयन पर जोर दिया।
डॉ. नरेंद्रन एवं दीपक श्रीवास्तव साहब जो राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित हैं ने माइक्रोप्लास्टिक से स्वास्थ्य पर होने वाले गंभीर प्रभावों पर प्रकाश डालते हुए प्लास्टिक मुक्त जीवनशैली अपनाने का आग्रह किया।
कार्यक्रम में उपथित श्री ऍम एस वर्मा , मनोज राजपुरोहित, पूजा झा, दीपक श्रीवास्तव, चंद्रकला आर्य, कार्तिकेय सहित अन्य पर्यावरण प्रेमियों ने अपनी उपस्थिति से आयोजन को गरिमा प्रदान की और हृदय से सेवा भाव से जुड़े रहने का संदेश दिया।
इस अवसर पर 510 सदस्यों में से 30 सक्रिय पदाधिकारी विशेष रूप से उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर सघन वृक्षारोपण, सोलर एनर्जी का प्रयोग, हर घर गार्डनिंग, और प्लास्टिक मुक्त जीवन को अपनाने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम के समापन पर डॉ. राजश्री गांधी एवं श्री एस. वर्मा दांपत्य द्वारा सभी उपस्थित सदस्यों को पौधों का वितरण कर हरित संकल्प की स्मृति दी गई।
यह आयोजन न केवल पर्यावरण के प्रति जागरूकता का माध्यम बना, बल्कि उदयपुर को स्वच्छता और हरियाली की दिशा में एक नई ऊर्जा भी प्रदान कर गया।