कर्मभूमि से मातृभूमि तकः जल स्वावलम्बन पखवाड़ा

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Published on : 31 May, 25 11:05

वर्षा जल संचयन व वृक्षारोपण में जनभागीदारिता सुनिश्चित करने की कवायद विभिन्न संगठन-संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ जिला कलक्टर ने की बैठक

कर्मभूमि से मातृभूमि तकः जल स्वावलम्बन पखवाड़ा

उदयपुर। पर्यावरण संरक्षण और जल संवर्धन को जन आंदोलन का रूप देने की मुख्यमंत्री श्री भजनलाल की मंशा के अनुरूप उदयपुर जिले में 5 जून से 20 जून तक ‘जल स्वावलंबन पखवाड़ा’ मनाया जाएगा। इस अभियान में जनभागीदारिता सुनिश्चित करने के लिए जिला कलेक्टर श्री नमित मेहता की अध्यक्षता में शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में शहर के बड़े होटल समूहों, विभिन्न व्यापार-उद्योग संगठनों व संस्थाओं के प्रतिनिधियों की बैठक आयोजित की गई।

बैठक में यूडीए आयुक्त राहुल जैन, नगर निगम आयुक्त रामप्रसाद, जिला परिषद सीईओ रिया डाबी, यूडीए सचिव हेमेन्द्र नागर, मार्बल एसोसिएशन के कपिल सुराणा, हिंदुस्तान जिंक के हेमंत नागदा व रवि कुमार, जीतो उदयपुर से अंजली सुराणा, ताज लेक पेलेस से भूपाल सिंह, ताज अरावली से संजीव शर्मा, उदय विलास से रविंद्र सिंह, रेडीसन से रविंद्र सिंह, ओसवाल सभा के अनिल मेहता, होटल एसोसिएशन से पलाश मेहता, गीतांजली हॉस्पीटल से विनोद शर्मा, यूसीसीआई अध्यक्ष मांगीलाल लूणावत, पैसीफिक मेडीकल कॉलेज से प्रशांत, प्रताप गौरव केंद्र से महावीर चपलोत, वंडर सीमेंट के प्रतिनिधि सहित अन्य संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

बैठक में कलेक्टर श्री मेहता ने कहा कि पखवाड़े का शुभारम्भ 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर होगा जिसे जनसहभागिता से सफल बनाया जाएगा। इस कार्य में जनप्रतिनिधियों, भामाशाहों, राजीविका समूहों, स्वयंसेवी संस्थाओं और औद्योगिक इकाइयों का सहयोग अपेक्षित है। कलेक्टर ने कहा कि महिलाओं की भागीदारी के लिए श्जीतो लेडी विंगश् जैसे महिला संगठनों को अभियान से जोड़ा जाएगा। होटलों के आसपास स्थित वन भूमि पर होटल संचालकों के सहयोग से बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण किया जाएगा। साथ ही जंगलों में आग लगने जैसी घटनाओं की रोकथाम हेतु एक सशक्त फॉरेस्ट प्लान तैयार करने पर भी चर्चा की गई।

वर्षाजल संचयन संरचनाओं के निर्माण का आह्वान
बैठक में जिला कलक्टर ने भविष्य की आवश्यकता को देखते हुए वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर बनाने पर विशेष ध्यान देने की बात कही। उन्होने सभी संस्थाओं, संगठनों का आह्वान किया कि वे यथासंभव वाटर रिचार्ज स्ट्रक्चर, बोरवेल रिचार्ज स्ट्रक्चर बनायें एवं इसके लिए अन्य को प्रेरित भी करें। इससे ने केवल व्यर्थ बहकर जाने वाला पानी संचित हो सकेगा बल्कि भूजल स्तर भी ऊंचा उठेगा। शहरी क्षेत्र में ट्यूबवेल सूखने की समस्या से भी निजात मिलेगी।

यूडीए आयुक्त करेंगे समन्वय, पहाड़ियों पर वृक्षापोरण हेतु जमीन देगा यूडीए
जिला कलक्टर ने ‘जल स्वावलंबन पखवाड़ा’ के समन्वय और संचालन के लिए यूआईटी आयुक्त श्री राहुल जैन को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। वे जिला प्रशासन, जिला परिषद, विभिन्न संस्थाओं, संगठनों, औद्योगिक इकाइयों सहित अन्य विभागों के साथ समन्वय कर जिलेभर में चलने वाली जल संरक्षण व वृक्षारोपण गतिविधियों के संचालन का कार्य देखेंगे। जैन ने बताया कि यदि कोई होटल, संस्था, संगठन या औद्योगिक इकाई शहर के आस-पास की पहाड़ियों पर सघन वृक्षारोपण करने के इच्छुक हैं तो यूडीए की ओर से जमीन उपलब्ध करवाई जा सकेगी। इस कार्य हेतु यूडीए के साथ एक एमओयू करना होगा जिसके तहत वृक्षारोपण एवं उसकी देखभाल की पूरी जिम्मेदारी संबंधित होटल, संस्था, संगठन या इकाई की होगी।
 


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