गर्मी की छुट्टियों में घूमने फिरने या फिर सिर्फ खेलकूद के बजाय पहली बार घर से दूर रहने और वह भी एक माह के लिए, 24 घण्टें अनुशासन, अध्ययन, खेलकूद, व्यक्तित्व निखार जैसे विषयों के लिए जाना हो तो स्वाभाविक तौर पर 300 से अधिक बच्चें एकमत नही हो सकते। लेकिन जावर, चित्तौडगढ़, आगुचा, दरीबा, देबारी, सलूंबर और कायड से इस शिविर में बच्चों के चेहरों पर मुस्कान और आत्मविश्वास इस बात को साबित करने के लिए अनुकुल थे कि उन्हें पढ़ाई मे रूचि के साथ साथ अपने गुरूजनों से अभिभावकों जैसा व्यवहार और मार्गदर्शन उन्हें घर से दूर घर सा ही वातावरण दे रहे है जो कि उनके भविष्य की नींव के लिए अमूल्य है।
हिन्दुस्तान जिं़क द्वारा चलायें जा रहे शिक्षा संबंल कार्यक्रम के अन्तर्गत ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविरों में राज्य के 6 जिलों उदयपुर, सलुम्बर, राजसमंद, चित्तौडगढ़, भीलवाड़ा एवं अजमेर के राजकीय विद्यालयों के 1500 से अधिक बच्चें उत्साह से भाग ले रहे है। इन प्रशिक्षण शिविरों में बच्चों को विज्ञान, गणित और अंग्रेजी विषयों के साथ ही शारीरिक, खेलकूद, बौद्धिक और सांस्कृतिक गतिविधियांे से जोडकर उनके सर्वागिंण विकास की और अग्रसर किया जा रहा है।
हिन्दुस्तान जिं़क द्वारा विद्या भवन सोसायटी उदयपुर के सहयोग सेे आयोजित 8वें आवासीय ग्रीष्मकालीन शिविर का औपचारिक शुभारंभ विद्या भवन ऑडिटोरियम किया गया। 20 मई से 18 जून तक आयोजित होने वाले इस आवासीय प्रशिक्षण शिविर में 300 से अधिक बच्चें 8 वीं, 10 वीं कक्षा एवं 12वीं कक्षा के मार्गदर्शन हेतु भाग ले रहे है। इस बार 6 लोकेशन चित्तौड़गढ़, दरीबा, देबारी, अजमेर, आगूचा और जावर पर आयोजित गैर आवासीय कैम्पों में 1200 विद्यार्थी तथा उदयपुर में आयोजित 3 आवासीय कैंपों में सभी लोकेशन से आए कक्षा 10 के लगभग 200, कक्षा 8 के 50 और कक्षा 12 (विज्ञान संकाय) के 50 विद्यार्थी भाग ले रहे हैं। इस वर्ष आवासीय कैम्प में डिजिटल कक्षाएं, ओडियो-विजुअल सामग्री, हैंड्स-ऑन गतिविधियां, मिट्टी कला, पॉटरी, वेस्ट सामग्री से क्रिएटिव निर्माण और रोबोटिक्स जैसी उभरती तकनीकों को भी शामिल किया गया है।
9 वर्ष पूर्व प्रायोगिक तौर पर शुरू किये गये इस आवासीय शिविर की सफलता उनकी बढ़ती हुई संख्या से सिद्ध होती है। परिणामों को बेहतर बनाने और शिक्षा की पद्धति इस कार्यक्रम और शिविरों की अद्वितीय खासीयत है। हिन्दुस्तान ज़िंक सदैव आगे बढ़कर ग्रामीण बच्चों के संपूर्ण विकास के लिये आगे आता रहा है शिक्षा संबंल कार्यक्रम के तहत् अध्यापन में अभाव महसूस कर रहे बच्चों के लिये 20 वर्षो से लाभान्वित किया जा रहा है। ग्रीष्मकलीन प्रशिक्षण शिविरों में शिक्षण के साथ ही कौशल विकास, व्यवहार तथा अन्य गतिविधियों जैसे खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रमो से बच्चों में व्यक्तिगत और शिक्षात्मक सुधार का प्रयास किया जा रहा है। हिन्दुस्तान जिं़क द्वारा विद्या भवन ऑडिटोरियम में अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी श्री मुरलीधर चैबीसा हिंदुस्तान जिंक एवं वेदांता की हेड सीएसआर अनुपम निधि, विद्या भवन सोसायटी के सीईओ राजेंद्र भट्ट, विद्या भवन शिक्षा संदर्भ केंद्र के प्रभारी सुभाष शर्मा, कार्यक्रम की समन्वयक डॉ. कामिनी उपाध्याय, कमल महेन्द्रू, विद्या भवन सोसायटी की कार्यकारी समिति एवं बोर्ड सदस्य उपस्थित रहे।
शिक्षा संबंल कार्यक्रम के तहत् हिन्दुस्तान जिं़क द्वारा 6वीं कक्षा से 12वीं कक्षा में अध्ययनरत विद्यार्थियों को सरकारी विद्यालयों में जहा पद रिक्त है विज्ञान, गणित एवं अंगे्रजी के विषयध्यापकों द्वारा शिक्षा दी जा रही हैं। इस आवासीय प्रषिक्षण शिविर में 8वीं, 10वीं एवं 12वीं कक्षा में इस वर्ष प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को विशेषज्ञ अध्यापकों द्वारा अध्यापन कराया जा रहा है जिससे वे इन विषयों के बारें में सामान्य जानकारी को रूचिकर तरिकों से सीख सकें।