समर फन डे कार्यक्रम में गूंज उठी नन्हे बच्चों की आवाजें

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Published on : 17 May, 25 09:05

कॉकलियर इम्प्लांट से मिला नया जीवन

समर फन डे कार्यक्रम में गूंज उठी नन्हे बच्चों की आवाजें

उदयपुर। पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल के कान,नाक एवं गला रोग विभाग की ओर से मूक-बधिर बच्चों के जीवन में नई रोशनी और सुनहरी खुशियाँ लाने के उद्देश्य से समर फन डे कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन कॉकलियर इम्प्लांट लाभार्थी बच्चों के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया, जिसमें 8 बच्चों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों को सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों से जोड़ना और उनके आत्मविश्वास को बढ़ाना था।
कार्यक्रम में डांस,म्यूजिकल एक्ट,खेल गतिविधियाँ, आदि का आयोजन हुआ।जिससे में बच्चों ने पूरे उत्साह के साथ भाग लिया। इन बच्चों के लिए यह सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक नया अनुभव था जहां वे अपनी आवाज़ के साथ इस दुनिया से जुड़ सके।
इस दौरान पीएमसीएच के चेयरमैन राहुल अग्रवाल ने कहा कि कॉकलियर इम्प्लांट कार्यक्रम को और मजबूत करने हेतु 3 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है। हमारा उद्देश्य है कि कोई भी बच्चा सुनने से वंचित न रह जाए।
कार्यक्रम के इस अवसर पर डॉ.एम.एम. मंगल ने कहा कि यह तकनीक उन बच्चों के लिए वरदान है जो जन्म से ही मूक-बधिर होते हैं। यह कार्यक्रम उनकी दुनिया बदलने का माध्यम है।
कान,नाक एवं गला रोग विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ.रिचा गुप्ता ने कहा कि समुचित देखभाल और निरंतर स्पीच थैरेपी से बच्चे सामान्य जीवन जी सकते हैं। 
इस अवसर पर कॉकलियर इम्प्लांट सर्जन डॉ.एस.एस. कौशिक ने कहा कि कॉकलियर इम्प्लांट से जुड़े बच्चों को निरंतर निगरानी और सपोर्ट की आवश्यकता होती है, और पीएमसीएच इस दिशा में हरसंभव सहायता कर रहा है।
इस अवसर पर सभी लाभार्थी बच्चों को निःशुल्क स्पीच थैरेपी एवं ऑडियो-विजुअल थेरेपी की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई। चिकित्सा विशेषज्ञों की टीम ने बच्चों के साथ व्यक्तिगत सत्र लेकर उनकी प्रगति का आंकलन किया और अभिभावकों को आवश्यक सलाह प्रदान की।
बच्चों के अभिभावकों ने भी मंच पर आकर अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि कैसे कॉकलियर इम्प्लांट के माध्यम से उनके बच्चों ने पहली बार आवाज़ सुनी और अब वे भी सामान्य बच्चों की तरह बातचीत और शिक्षा में भाग लेने लगे हैं। कुछ माता-पिता ने भावुक होते हुए कहा कि अपने बच्चों की हँसी और आवाज़ सुन पाना उनके लिए किसी चमत्कार से कम नहीं।
इस दौरान पीएमसीएच के प्रिसिंपल डॉ.यू.एस.परिहार,कान,नाक एवं गला रोग विभाग के डॉ.महेश.डॉ.श्वेता सहित समस्त स्टॉफ मौजूद रहा


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