उदयपुर। आदित्य मार्ग, गुलाबबाड़ी निवासी पंकज लोढ़ा के पिता एवं नरेंद्र व सुरेंद्र के भाई महेंद्र कुमार लोढ़ा का आज सुबह आकस्मिक निधन हो गया। उनके निधन के उपरांत परिवार ने नेत्रदान का निर्णय लेकर एक बार फिर समाज के सामने सेवा और संकल्प की मिसाल पेश की।
लोढ़ा परिवार पूर्व से ही नेत्रदान और देहदान की परंपरा का निर्वहन करता रहा है। इससे पहले चचेरे भाई विभोर लोढ़ा के दादा प्रकाश चंद और दादी स्व. ताराबाई के नेत्र शाइन इंडिया फाउंडेशन के माध्यम से दान किए जा चुके हैं। इसके अलावा स्व. राजेंद्र लोढ़ा का देहदान भी परिवार द्वारा संपन्न करवाया गया था।
महेंद्र कुमार लोढ़ा एक धार्मिक, सरल, और उच्च विचारों वाले व्यापारी थे, जिनका जीवन सादगी और सेवा से परिपूर्ण था। नेत्रदान के प्रति परिवार की गहरी आस्था को देखते हुए उनकी पत्नी शकुंतला लोढ़ा सहित समस्त परिजनों ने तुरंत सहमति दी, जिसके बाद निवास स्थान पर नेत्रदान की प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूर्ण की गई।
यह पहल समाज में नेत्रदान की प्रेरणा को और भी मजबूत करती है।