मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना से सपनों को मिली उड़ान
उदयपुर,। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा की पहल से आदिवासी क्षेत्र की बेटियों को बेहतर भविष्य मिलेगा। जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग के मंत्री श्री बाबूलाल खराड़ी ने गुरुवार को मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना के तहत बड़ा कदम उठाते हुए 100 जनजाति बालिकाओं को नीट (छम्म्ज्) की निःशुल्क कोचिंग का शुभारंभ किया। उदयपुर के राजकीय मॉडल आवासीय विद्यालय, ढीकली में आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मंत्री श्री बाबूलाल खराड़ी ने कहा कि मुख्यमंत्री अनुप्रति योजना के तहत नीट की कोचिंग से सुदूरवर्ती क्षेत्रों की प्रतिभावान छात्राओं को सम्बल मिलेगा।
पहलगाम में बर्बर आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर में कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह की मिसाल देते मंत्री श्री खराड़ी ने बेटियों का हौसला बढ़ाया। उन्होंने हुए कहा कि कई बेटियों के माता-पिता के पास इतना पैसा नहीं होता है कि वे महंगी कोचिंग करवा सके, इसी बात को ध्यान में रखते हुए जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग ने यह निर्णय किया है। आदिवासी बेटियों के भविष्य की चिंता करना हमारी जिम्मेदारी है।
अपने स्कूली दिनों को याद करते हुए कहा कि वे रात भर चिमनी की रोशनी में पढ़ाई करते थे और सुबह चार बजे जब घर में माताजी घट्टी पीसना शुरू करतीं, तब वे सोते थे। पढ़ने की लगन होनी चाहिए। उन्होंने बेटियों से कठिन परिश्रम करने का आह्वान करते हुए कहा कि हर प्रश्न का उत्तर हमारे दिमाग में होना चाहिए। आप डॉक्टर बनें, तब आप अपने क्षेत्र, समाज में बेहतरीन डॉक्टर के रूप में पहचानी जाएं। इससे हम सभी को गर्व होगा।
आईएएस, आरएएस की निःशुल्क कोचिंग का प्रस्ताव-
मंत्री श्री खराड़ी ने आदिवासी समाज से आईएएस, आरएएस बनाने में जनजाति क्षेत्रीय विकास की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि जनजाति क्षेत्र से आईएएस के 25 और आरएएस के लिए 50 आदिवासी विद्यार्थियों के लिए जयपुर, दिल्ली की प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थानों में निःशुल्क कोचिंग के लिए भी प्रयास जारी है। जल्द ही इस बारे में निर्णय होगा।
टीएडी मंत्री ने बेटियों से किया संवाद, शेयर किए मोबाइल नंबर
टीएडी मंत्री श्री खराड़ी ने बेटियों से संवाद करते हुए कहा कि आप सभी आदिवासी क्षेत्र का गौरव हैं। हमें आप पर गर्व है। आप अपने माता पिता, क्षेत्र, राज्य और देश का नाम रोशन करें। राज्य सरकार हर कदम पर आपके साथ है। उन्होंने बेटियों से उनके 10वीं कक्षा में प्राप्त अंकों की जानकारी लेते हुए कहा कि यदि किसी भी तरह की कोई समस्या हो, तो निसंकोच सम्पर्क करें। उन्होंने अपने मोबाइल नंबर भी शेयर किए। कोचिंग में खुलकर सवाल पूछने और शंकाओं का समाधान करने की सलाह दी। इस दौरान बेटियों ने मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा का आभार प्रकट किया।
सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं- टीएडी आयुक्त राठौड़
टीएडी आयुक्त शक्ति सिंह राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना आदिवासी अंचल की छात्राओं के लिए एक बहुत बड़ा अवसर है। नीट कोचिंग पर प्रति छात्रा 70 हजार रूपये का भुगतान कोचिंग संस्थान को किया जाएगा। छात्राओं को निशुल्क आवासीय एवं भोजन आदि की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता। आप सभी मन लगाकर पढें़ और राज्य सरकार की योजना का भरपूर लाभ उठाएं।
किताबों को बनाएं दोस्त- अतिरिक्त आयुक्त मालवीय
वहीं, टीएडी अतिरिक्त आयुक्त गितेश श्री मालवीय ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के लिए 80 फीसदी योगदान आपकी मेहनत और 20 फीसदी शिक्षक का होता है। आप किताबों को अपना दोस्त बनाएं। सोशल मीडिया और मोबाइल से दूर रहें। तकनीक का उपयोग पढ़ाई के लिए करें। उपायुक्त रागिनी डामोर, निदेशक सांख्यिकी टीआरआई सुधीर दवे, प्रभारी डॉ अमृत दाधीच, एडीईओ, टीएडी, फिजिक्स वाला के डायरेक्टर रितेश अग्रवाल ने भी छात्राओं को सम्बोधित करते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की। दो साल का एमओयू, जनजाति क्षेत्रों की 100 बालिकाओं का चयन-
जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग, माणिक्य लाल वर्मा आदिम जाति शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान और ऑनलाइन शिक्षा पोर्टल फिजिक्स वाला के बीच एमओयू हुआ है। उदयपुर, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, सलूम्बर आदि जिलों के टीएसपी क्षेत्र की 11वीं विज्ञान संकाय में अध्ययनरत बालिकाओं में से 100 बालिकाओं का चयन किया गया है। इन बालिकाओं को मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट की निःशुल्क कोचिंग सुविधा उपलब्ध कराने के लिए फिजिक्स वाला कोचिंग संस्थान से दो वर्ष का अनुबंध किया गया है। इसमें फिजिक्स, कैमेस्ट्री और बॉयोलॉजी को कोचिंग दी जाएगी।