उदयपुर। सांसद मन्नालाल रावत ने बी ए पी विधायक जय कृष्ण पटेल को ढाई करोड रुपए की रिश्वत मामले में एसीबी द्वारा गिरफ्तार करने पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि इस घटना से बाप के नेताओं का असली चेहरा जनता के सामने आ गया है। इस घटना ने विधायकी जैसे पद को भी शर्मसार किया है। जो पार्टी आदिवासियों के हितों का दावा करते नहीं थकते वे इतनी मोटी रकम रिश्वत के रुप में मांग रहे हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में डराने धमकाने की जो राजनीति बाप के नेता कर रहे हैं वह भी सबके सामने आ गई। ऐसी चर्चा है कि बाप के नेता राजकुमार रोत भी क्षेत्र में लोगों को करोडों की वसूली के लिए परेशान कर चुके हैं। आदिवासी क्षेत्र में केवल 20-25 लोग ही ऐसे हैं जो माहौल को खराब कर रहे हैं और इस प्रकार की वसूली गतिविधियों में लगे हैं। झारखंड से आए हुए कुछ लोग भी है जो कट्टपंथी इस्लाम का प्रचार करने में लगे हैं। काकरी डूंगरी की घटना भी लोग भूले नहीं है जिसमें दो निर्दाेष लोगों की जान चली गई। क्षेत्र में राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में संलिप्त रहने वाले ऐसे नेताओं के बारे में अब भी आदिवासियों को जान लेना चाहिए, जो अपने स्वार्थ के लिए आदिवासियों को ही मोहरा बनाए हुए हैं। ऐसे लोगों की विधायिका भी खत्म होनी चाहिए, क्योंकि ये अपने राजनीतिक हित के लिए ही सब कुछ कर रहे हैं। जैसा कि एसीबी के डीजी ने इस मामले में बताया कि रिश्वत का मामला 10 करोड से शुरु होकर ढाई करोड पर आया था, जो अत्यंत चिंताजनक है और हैरत करने वाला है। खास बात यह है कि पटेल जिस क्षेत्र से विधायक है उससे कई दूर क्षेत्र का प्रश्न उन्होंने विधानसभा में उठाया था, जिससे साफ है कि वे केवल परेशान करने के लिए ऐसा कर रहे थे।