(mohsina bano)
उदयपुर : लैक्रोज फेडरेशन ऑफ़ इंडिया एवं उत्तर प्रदेश लैक्रोज संघ की संयुक्त मेज़बानी में आगरा में 29 अप्रैल से 1 मई तक आयोजित तीसरी राष्ट्रीय लैक्रोज प्रतियोगिता में राजस्थान ने पांच स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। प्रतियोगिता में सीनियर महिला, सीनियर पुरुष, जूनियर व सब-जूनियर बालक-बालिका वर्गों में राजस्थान की टीमों ने शानदार प्रदर्शन कर अपनी श्रेष्ठता साबित की।
राजस्थान लैक्रोज संघ के अध्यक्ष अशोक परनामी ने बताया कि प्रशिक्षक नीरज बत्रा के मार्गदर्शन में सभी टीमों ने उत्कृष्ट तालमेल, आक्रामक रणनीति, सटीक निशानेबाजी और सशक्त रक्षण के दम पर यह उपलब्धि हासिल की।
सीनियर महिला टीम ने छत्तीसगढ़ को 17-0, आंध्रप्रदेश को 16-0, और फाइनल में हरियाणा को 7-1 से हराकर खिताब जीता।
सीनियर पुरुष टीम ने तेलंगाना को 19-0, कर्नाटक को 11-0, हरियाणा को 5-2, और फाइनल में गुजरात को गोल्डन गोल से हराकर स्वर्ण पदक पाया।
जूनियर बालिकाओं ने हरियाणा को हराकर फाइनल जीता, वहीं
सब-जूनियर बालकों ने छत्तीसगढ़ को हराकर खिताब अपने नाम किया।
सब-जूनियर बालिकाओं ने भी हरियाणा को हराकर स्वर्ण पदक जीता।
जूनियर बालकों ने कांस्य पदक अर्जित किया।
प्रतियोगिता में 26 राज्यों के लगभग 800 खिलाड़ियों ने भाग लिया। राजस्थान के कप्तानों में सीनियर पुरुष वर्ग से मोहनलाल गमेती, महिला वर्ग से सुनीता मीणा, जूनियर बालक से प्रणय त्रिपाठी, बालिका से डाली गमेती, सब-जूनियर बालक से निशांत नागदा, व बालिका वर्ग से रोशनी बोस प्रमुख रहे।
सर्वश्रेष्ठ स्कोरर में भी राजस्थान का दबदबा रहा —
सीनियर पुरुष में मोहनलाल गमेती
महिला वर्ग में झूला कुमारी गुर्जर
जूनियर बालिका में डाली गमेती व यशोदा गमेती
सब-जूनियर बालक में निशांत नागदा
बालिका वर्ग में रोशनी बोस
राजस्थान से अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी जैसे सुनीता मीणा, झूला कुमारी गुर्जर, डाली गमेती, हेमलता डांगी, विशाखा मेघवाल, मीरा दौजा, मोहनलाल गमेती, खुमाराम गमेती, प्रणय त्रिपाठी ने भी अपने शानदार खेल का प्रदर्शन किया।
राजस्थान की अभूतपूर्व सफलता पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़, राज्य मंत्री के.के. विश्नोई, जनजाति विकास मंत्री बाबूलाल खराड़ी, सांसद डॉ. मन्नालाल रावत, विधायक फूल सिंह मीणा, प्रताप लाल गमेती, संभागीय आयुक्त प्रजा केवलरमानी, कलेक्टर नमित मेहता व यूडीए कमिश्नर राहुल जैन ने टीम को बधाई दी।