जयपुर/नई दिल्ली। राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष वासुदेव देवनानी एक मई को मुम्बई के निकट ठाणे में सुनहरी सिंध 2.0 कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेंगे।
गौरवशाली सिंधु संस्कृति को याद करते हुए फेडरेशन ऑफ एसोसिएशन ऑफ सिंधी, ठाणे के तत्वावधान में इस कार्यक्रम का आयोजन उपवन झील, पोखरण रोड 2, ठाणे (पश्चिम) में रखा गया है ।
चार दिवसीय इस कार्यक्रम में आगंतुकों को सिंध के इतिहास की सैर और सिंध की जड़ों का अनुभव करने का भी मौका मिलेगा। इसमें मोहनजोदारो में सिंध का स्वर्ण युग, विभाजन 1947-आँसुओं और बलिदानों की रेलगाड़ी, सिंध के बहादुर दिल और आत्माएँ जैसे हेमू कालानी, संत केवलराम, सिंधी परंपराओं की एक झलक; सिंध की संस्कृति और त्यौहार, कला, हस्तशिल्प और परिधान के साथ-साथ सिंध के जायकों के माध्यम से पाक-कला की यात्रा, जबरदस्त सफलता की कहानियों और पूरे आयोजन के दौरान सांस्कृतिक मनोरंजन से भरी शामों का आयोजन होगा।
सिंधी संस्कृति के सार को फिर से जगाने और उसे सामने लाने के लिए यह एक महत्वपूर्ण आयोजन है।सिंधी समुदाय के सांस्कृतिक अतीत की सच्ची और सूक्ष्म यादें और सांस्कृतिक अतीत की सच्ची और सूक्ष्म यादें तथा सिंधी समुदाय के संघर्ष के बारे में लोगों को इस आयोजन के माध्यम से बता जायेगा जो अब स्मृति का एक हिस्सा बन गया है।
उल्लेखनीय है कि प्राचीन काल से ही सिंधु नदी और इसके आस-पास का क्षेत्र व्यापार के लिए साथ ही अपने धैर्य, दृढ़ संकल्प और विशेष कौशल के लिए जाना जाता है, जो पवित्र सिंधु द्वारा निरंतर दंड और जल देवता झूलेलाल के आशीर्वाद के बाद प्राप्त हुआ है। जिनका सिंधी समुदाय श्रद्धा के साथ पूजा करते हैं। भारत पवित्र सिंधु संस्कृति के अपने बेटों और बेटियों के बारे में भलीभांति परिचित है। भारत के विकास में सिंधी समुदाय के योगदान और उनके द्वारा छोटे बड़े उद्योगों में लाए गए सकारात्मक बदलाव को हमेशा सभी ने सराहा और सम्मानित किया गया है।