खनन उत्कृष्टता केन्द्र (निरन्तर सुधार एवं असेट ऑप्टीमाइजेशन) पर दो दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय कान्ॅफ्रेन्स शुरू

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Published on : 27 Apr, 25 01:04

खनन उत्कृष्टता केन्द्र (निरन्तर सुधार एवं असेट ऑप्टीमाइजेशन) पर दो दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय कान्ॅफ्रेन्स शुरू


उदयपुर। माईनिंग इंजीनियर्स एसोसिएशन ऑफ इडियां, राजस्थान चैप्टर, उदयपुर एवं हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड, उदयपुर के संयुक्त तत्वाधान में रामी रॉयल रिसोर्ट में दो दिवसीय खनन उत्कृष्टता केन्द्र (निरन्तर सुधार एवं असेट ऑप्टीमाइजेशन) विषयक अन्तर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रंेस प्रारम्भ्ज्ञ हुई। इस कॉन्फ्रेंस में देश, विदेश चाईना, साउथ अफ्रीका, जामबिया, ऑस्ट्रेलिया, पेरू, कॉलबिंया एवं आबुधाबी आदि के खनन विशेषज्ञ, भू-वैज्ञानिक एवं देश के 400 से अधिक खनन अभियताओ, भूवैज्ञानिको एवं उघमी भाग ले रहे है।
अर्न्तराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस के उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि पी एन शर्मा, महानियंत्रक भारतीय खान ब्युरो, नागपुर तथा विशिष्ट अतिथि भगवती प्रसाद कलाल, प्रबंध निदेशक आरएसएमएमलि. नमित मेहता जिला कलेक्टर, दीपक तंवर, निदेशक खान एवं भूविज्ञान विभाग एवं अरूण मिश्रा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, (सीईओ) हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड थे। कार्यक्रम की अघ्यक्षता एस एन माथुर, राष्ट्रीय अध्यक्ष, माईनिंग इन्जिनियर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने की। समारोह के की-नोट स्पीकर आबूधाबी के सीओओ इन्टरनेशनल रिसोर्सेस होल्डिंग एण्ड चेयरमैन बीएमआरसी रवि शर्मा थे। कार्यक्रम का प्रारम्भ सभी अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलन किया गया।
अतिथियों का स्वागत प्रवीण शर्मा, अध्यक्ष माईनिंग इन्जिनियर्स एसोसिएशन ऑफ इडिंया, राजस्थान चैप्टर, उदयपुर द्वारा किया गया। कॉन्फ्रेंस के आयोजन सचिव डॉ एस के वशिष्ट द्वारा कॉन्फेंस मे होने वाली विभिन्न गतिविधियों से अवगत कराते हुए बताया कि इस कान्फ्रेंस में गहरे भंडार के खनन की विशिष्ट तकनीक सस्टेनेबिलिटी खनिज खोज में नवाचार, खनिज भंडार और संसाधनों की खोज और रिपोर्टिंग में नवाचार, नए युग के खनिज और उनका रणनीतिक महत्व, सुरक्षा और पर्यावरण में उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना, रणनीतिक खदान डिजाइन और ”मूल्य अनुकूलन ड्रिल और ब्लास्ट, खदान विकास और स्टॉपिंग सहित खनन में उत्कृष्टता, खनन में स्वचालन,कृत्रिम बुद्धिमत्ताऔर रोबोटिक्स के उपयोग, खनन और बेंचमार्क प्रथाओं में टीएमएम ”अपशिष्ट से धन” के लिए अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी का उपयोग पर विशेषज्ञो द्वारा पत्र वाचन किये जायेगें।
अरूण कुमार कोठारी, भूतपूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं कॉन्फेंस के चीफ कॉडिनेटर ने बताया कि माईनिंग इन्जिनियर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया एक राष्ट्रीय संगठन है जिसके देश एवं विदेश में 6000 से अधिक सदस्य है तथा भारत मंे 27 शाखाएंे है जिनमंे से 3 शाखाऐं राजस्थान में उदयपुर, जोधपुर व जयपुर में है। इसके अलावा 83 भारत सरकार व राज्य सरकारों के खनन से सम्बधित राजकीय उपक्रम व बड़े खनन उधोग इस संस्था के लाइफ इंसटीट्युशनल मैम्बर्स है। माईनिंग इंजीनियर्स एसोसिएशन समय समय पर खदानों में असेट ऑप्टीमाईजेशन, मॉर्डन टक्नोलॉजी, नवाचार, निरतंर सुधार आदि विषयों पर सेमिनार आयोजित कर खनन नीति निर्माताओं को सुझाव पेंषित किये जाते है। उन्होनंे सभी अतिथियों को कॉन्फें्रस मे पधारने के लिए स्वागत एवं धन्यवाद प्रेषित किया।
विशिष्ट अतिथि अरूण मिश्रा मुख्य कार्यकारी अधिकारी, (सीईओ) हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड ने क्रिटीकल मिनरल, लो ग्रेड अयस्क एवं खनिज का वेरिफिकिशन कर वेस्ट टु वैल्थ की तरफ  आकर्षित करनें पर बल दिया। खदानों में राडार टैक्नोलोजी,रोबोटिक डिलिंग पर बल दिया।विशिष्ट अतिथि दीपक तंवर, निदेशक खान एवं भूविज्ञान विभाग ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण द्वारा प्राकृतिक संसाधनो का बचाव, खनन प्रक्रिया में निरंतर सुधार, अपशिष्ट को कम करना, आधुनिक उपकरणोें का उपयोग एवं र्स्माट माईनिंग प्रैक्टीस पर बल दिया।विशिष्ट अतिथि जिला कलेक्टर नमित मेहता ने कहा कि धरातल पर सिम्पल माईनिंग एवं एडवांस माईनिंग में होने वाले पर्यावरण सरंक्षण के बारे में सोचना होगा साथ ही माईनिंग मंे कम्युनिटी का पार्टीसिपिशन भी आवश्यक है। अवैध खनन भी एक चैलेंज है। 80 प्रतिशत अनऑर्गेनाइज्ड सेक्टर को अच्छे से ऑर्गेनाइज करना इस वर्कशॉप की उपलब्धी होगी।
विशिष्ट अतिथि भगवती प्रसाद कलाल ने बताया कि भारत दुनिया की तीसरी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है जिसमें माईनिंग इडंस्ट्री का महत्तवपुर्ण योगदान है। खदानों में खनन उत्कृष्टता केन्द्र द्वारा आधुनिक उपकरणो का प्रयोग कर वेस्ट से वेल्थ की तरफ, खदानो में कर्मचारियो के लिए ट्रेनिगं व्यवसायिक स्वास्थ्य केन्द्र, शुन्य हानि द्वारा मानवता के लिए कार्य करना होगा।
मुख्य अतिथि पी एन शर्मा ने बताया कि असेट ऑप्टीमाइजेशन, बचत, कौशल लेवल, डेटा एनालिसिस पर बल दिया। रिर्सोस आइडेन्टीफिकेशन के लिए मुख्य रूप से कार्य करना होगा एवं इसके साथ प्राईवेट सेक्टर को जोड़ना होगा। विकसित भारत के लिए खनन उधोग पहला पिलर साबित हो रहा हैै क्रिटीकल एवं स्ट्रेटीजिकल, रिर्सोस आईडेंटीफिकेशन, वर्किंग लीज, वेस्टडम्प, प्रोसेस प्लांटटेलींग आदि विषयों पर कार्य करना होगा एवं इससे संबधित डेटा शेयरींग के लिए भारतीय खान ब्यूरो हमेशा तत्पर रहेगा। कार्यक्रम के अध्यक्षएस एन माथुर ने क्रिटीकल एवं स्ट्रेटीजिकल मिनरल डवलपमेंट, सस्टेनिबल इन प्रक्टीसेस इन माईनिंग पर विशेष बल दिया जाना चाहिये। इस अवसर पर नरेन्द्र कावड़िया, डॉ एस सी जैन एवं सभी अतिथियो द्वारा एक तकनीकी स्मारिका का विमोचन किया गया।
प्रथम टेक्निकल सेशन में आस्टेªलिया के एएमसी कन्स्लटेल्ट कं. के सीईओ हॉल ने एनवायरनमेंटल, सोशल  गवर्नेंस पर पत्र वाचन किया पबलो वेनेगास महा प्रबंधक ऑपरमिन द्वारा जाम्बिया की  माइनिंग की उत्कृष्ट यात्रा पत्र प्रस्तुत किया। शशांक शर्मा सीईओ बेडरॉक ग्लोबल टेक्नोलॉजी ने डिजिटाइजेशन, ऑटोमेशन एवं आने वाले पीढ़ी की तकनीक जो कि माइनिंग को और अधिक सुरक्षित,दक्षतापूर्ण एवम् उच्च लाभ बनाने में सहयोग प्रदान करती है।
अमित भंडारी एवं टीम ने ड्रिलिंग, ब्लास्टिंग,स्टॉपिंगमे डिजिटल प्लेटफॉर्म क्वालिटी में सुधार एवं नियंत्रण पर पत्र वाचन किया। रवि बाबेल, अंकित भंडारी, सुफल मेहरोत्रा द्वारा हिन्दुस्तान जिंक की माइनिंग में ऑटोमाइजेशन, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एवं रोबोटिक्स का उपयोग कर खनन संचालन की दक्षता को बढ़ाया जाता था। इस अवसर पर राष्ट्रीय काउंसिल मीटिंग का आयोजन हुआ एमईएआई द्वारा सभी सपोर्न्सड मेम्बर्स को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन आलोक पगारिया ने किया एवं धन्यवाद आसिफ एम अंसारी द्वारा प्रेषित किया गया।

 


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