बांसवाड़ा पर्यटन में जीआईएस आधारित ऐप का योगदान

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Published on : 18 Feb, 25 10:02

बांसवाड़ा पर्यटन में जीआईएस आधारित ऐप का योगदान

(mohsina bano)

बांसवाड़ा जिले के पर्यटन को एक नई दिशा मिल रही है। हाल ही में बांसवाड़ा जिले के पर्यटन में वेब जीआईएस की भूमिका पर एक शोध प्रकाशित हुआ है, जो राजस्थान पर्यटन पर केंद्रित है। इस शोध के परिणामस्वरूप, पर्यटक अब अपने मोबाइल फोन पर एंड्रॉयड ऐप का उपयोग करके बांसवाड़ा के प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।

जीआईएस तकनीक से तैयार हुआ ऐप
यह वेब ऐप जीआईएस तकनीक का उपयोग करते हुए महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय बड़ौदा के भूगोल विभाग के पीएचडी शोधकर्ता विरांच दवे और सहायक प्रोफेसर डॉ. मुदित मांकड़ द्वारा तैयार किया गया है। शोध कार्य का मार्गदर्शन सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के अतिरिक्त निदेशक डॉ. कमलेश शर्मा ने किया। इस ऐप के माध्यम से बांसवाड़ा जिले के पर्यटन स्थलों की पहचान और उनके विकास की संभावनाओं पर ध्यान केंद्रित किया गया है।

सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्थल जुड़े
शोधकर्ताओं ने जीआईएस तकनीक का उपयोग करके बांसवाड़ा में दो प्रमुख पर्यटन सर्किट की पहचान की है – माही नदी सर्किट और धार्मिक ऐतिहासिक सर्किट। माही नदी सर्किट में प्राकृतिक स्थल जैसे कडेलिया वॉटरफॉल, चाचा कोटा और माहीडेम शामिल हैं, जबकि धार्मिक ऐतिहासिक सर्किट में तलवाड़ा, त्रिपुरा सुंदरी और रामकुंड जैसे स्थल शामिल हैं।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रकाशित शोध
यह शोध कार्य प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय जर्नल 'जर्नल ऑफ टूरिज्म इनसाइट्स' में प्रकाशित हुआ है और ऑनलाइन उपलब्ध है, जिससे कोई भी व्यक्ति इसे निःशुल्क पढ़ सकता है।


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