भारतीय लोक कला मण्डल, पद्मश्री देवीलाल सामर सम्मान भानु भारती को

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Published on : 29 Nov, 24 05:11

पद्मश्री देवीलाल सामर सम्मान भानु भारती को

भारतीय लोक कला मण्डल, पद्मश्री देवीलाल सामर सम्मान भानु भारती को

 भारतीय लोक कला मण्डल, उदयपुर के संस्थापक, संचालक पद्मश्री स्व. देवीलालजी सामर की पुण्यतिथि के अवसर पर भारतीय लोक कला मण्डल में दिनांक 3 एवं 04 दिसम्बर 2024 को विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।

भारतीय लोक कला मण्डल के निदेशक डॉ. लईक हुसैन ने बताया कि प्रति वर्ष की भाँति इस वर्ष भी पद्मश्री स्व. देवीलालजी सामर की 42 वीं पुण्यतिथि के अवसर दो दिवसीय कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।  जिसमें पुण्यतिथि के दिन अर्थात दिनांक 03 दिसम्बर 2024 को संस्था प्रांगण में स्थित पद्मश्री स्व. देवीलालजी सामर साहब की आदमकद प्रतिमा एवं समाधि स्थल पर प्रातः 09ः00 बजे पुष्पांजली एवं भजन कीर्तन के कार्यक्रम आयोजित होगे तो अपरान्ह 04 बजे से ‘‘लोक कलाओं का सामाजिक एवं सांस्कृति संदर्भ’’ विषय पर सेमीनार का आयोजन होगा जिसमें शहर के लोक कलाविद्, साहित्यकार, रंगकर्मी, कलाकार उक्त विषय पर परिचर्चा करेगें तो शोधार्थी पत्र वाचन करेगें।

इस अवसर पर भारतीय लोक कला मण्डल द्वारा प्रति वर्ष दिया जाने वाला ‘‘पद्मश्री देवीलाल सामर सम्मान ’’ देश के प्रख्यात नाटककार एवं निर्देशक श्री भानु भारती को दिया जाएगा। भानु भारती ने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा, नई दिल्ली सहित कई प्रसिद्ध संस्थानों में नाट्य साहित्य, दृश्य डिजाइन और अभिनय पढ़ाया है। उन्होंने दिल्ली स्थित श्री राम सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स एवं भारतीय लोक कला मंडल के निदेशक के रूप में कार्य किया है। इसके साथ ही वे राजस्थान संगीत नाटक अकादमी के अध्यक्ष भी रहे है। कला के क्षेत्र में उनके योगदान के फलस्वरूप भानु भारती को देश की विभिन्न कला संस्कृति विभाग, अकादमियों एवं संस्थाओं ने सम्मानित किया है जिसमें संगीत नाटक अकादमी पुरूस्कार, राजस्थान संगीत नाटक अकादमी सम्मान, मध्य प्रदेश के संस्कृति विभाग की ओर से संस्कृति व साहित्य में उत्कृष्ट योगदान के लिए वर्ष 2022 में राष्ट्रीय कालिदास सम्मान (रंगकर्म) एवं वर्ष 2023-24 में राजस्थान संगीत नाटक अकादमी द्वारा वरिष्ठ नाट्य निर्देशन विधा सम्मान प्रमुख है। श्री भानु भारती ने उदयपुर के भील आदिवासियों के साथ मिलकर गवरी लोक नृत्य नाट्य पर काम किया एवं पशु गायत्री नाटक तैयार कर देश के विभिन्न अंचलों में प्रस्तुत कर गवरी शैली को देश-विदेश में प्रतिष्ठा दिलाई। उनके इन समस्त कार्यो को दृष्टिगत रखते हुए उन्हें भारतीय लोक कला मण्डल द्वारा लाईफ टाईम अचीवमेन्ट पद्मश्री देवीलाल सामर सम्मान प्रदान किया जाएगा।

समारोह के दूसरे दिन दिनांक 04 दिसम्बर, 2024 को भारतीय लोक कला मण्डल के कलाकारों द्वारा सायं 6ः15 बजे ‘कठपुतली नाटिका ‘‘रामायण’’ की प्रस्तुति की जाएगी।

डॉ. हुसैन ने बताया की स्व. पद्मश्री देवीलाल सामर साहब की पुण्यतिथि के अवसर आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रमों में शहर के गणमान्य नागरिक, साहित्य प्रेमी, कला प्रेमी, जन सामान्य सादर आमंत्रित है।


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