उदयपुर, संस्कृतभारती द्वारा संस्कृत दिवस के उपलक्ष्य में मनाये जा रहे संस्कृत सप्ताह के अंतर्गत मंगलवार को
हिरण मंगरी सेक्टर 11 स्थित आलोक विद्यालय में संस्कृत श्लोक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
प्रतियोगिता के मुख्य अतिथि संभागीय संस्कृत शिक्षा अधिकारी नत्थूराम शर्मा, पूर्व संभागीय शिक्षा अधिकारी डॉ भगवती शंकर व्यास, आलोक के निदेशक डॉ प्रदीप कुमावत, प्राचार्य शशांक टांक थे।
इस अवसर पर डॉ प्रदीप कुमावत ने अपने संकल्प के अनुसार संस्कृत में उद्बोधन देते हुए कहा कि संस्कृत को अमूल्य ज्ञान का भंडार बताया तथा संपूर्ण समाज में संस्कृत को व्यवहारिकता में लाने पर बल दिया।
डॉ नत्थू राम शर्मा ने उपस्थित छात्रों को शुभकामना देते हुए कहा कि संस्कृत देव वाणी है। वेद, पुराण, उपनिषदों में निहित अमूल्य ज्ञान का अंश मात्र ही जीवन की सफलता को चरितार्थ कर देता है।
डॉ भगवती शंकर व्यास ने संस्कृत के कुछ श्लोकों का सस्वर उच्चारण करते हुए सभी को प्रेरणा प्रदान की और संस्कृति को संस्कृत व देव भाषा के रूप में व्यावहारिकता के साथ अपने पर बल दिया।
इससे पूर्व सर्वप्रथम विद्यालय प्राचार्य शशांक टांक ने सभी का स्वागत अभिनंदन करते हुए संस्कृत भाषा के महत्व को बताया बताया तथा सभी को प्रतियोगिता में भाग लेने हेतु शुभकामनाएं प्रेषित की।
श्लोक प्रतियोगिता कनिष्ठ वर्ग में कक्षा 6 से 8 व वरिष्ठ वर्ग में कक्षा 9 से महाविद्यालय तक दो वर्गों में आयोजित हुई, जिसमें विभिन्न विद्यालयो से दोनों मिलकर 99 प्रतिभागी व 22 अध्यापक गण शामिल हुए।
प्रतियोगिता मे डीपीएस, एमएमपीएस, सेंट एंथोनी, रेयान इंटरनेशनल, सीडलिंग पब्लिक स्कूल, सेंट्रल एकेडमी सरदारपुरा, सेक्टर-3, सेक्टर-5, स्कॉलर्स एरिना, महावीर एकेडमी, रॉकवुड पब्लिक स्कूल, हैप्पी होम, आलोक स्कूल हिरण मगरी, पंचवटी, एमएमवीएम, माउंट लिट्रा ज़ी स्कूल, विट्टी इंटरनेशनल, इंडो अमेरिकन, संस्कृत सवीना स्कूल महाराणा आचार्य संस्कृत कॉलेज, एम एम शरण, आदि संस्थानों से प्रतिभागी शामिल हुए।
प्रतियोगिता के निर्णायक धरोहर संस्था से डॉ हिमांशु गौड़ व जगदीश ठोसर रहे। प्रतियोगिता का संचालन रश्मि भट्ट व नरेंद्र शर्मा ने किया। आभार दुष्यंत नागदा ने किया।
संस्कृत भारती के सदस्य नरेंद्र शर्मा, दुष्यंत नागदा , रेखा सिसोदिया , रविन्द्र सिंह रूपावत, डॉ. रेणु पालीवाल, भूपेंद्र शर्मा, डॉ यज्ञ आमेटा आदि उपस्थित रहे।