उदयपुर, संस्कृत भारती के तत्वावधान में रक्षाबंधन पर्व के साथ संस्कृत दिवस पर शुरू हुए संस्कृत सप्ताह के तहत शुक्रवार को संस्कृत समूह गीत प्रतियोगिता में बच्चों की सुमधुर प्रस्तुतियों ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। एक दिन पूर्व संस्कृत श्लोक आधारित चित्रकला प्रतियोगिता में नजर आए बच्चों के उत्साह के बाद शुक्रवार को संस्कृत समूह गीत प्रतियोगिता में भी प्रतिभागियों का खासा उत्साह नजर आया। 20 से अधिक संस्थानों से करीब 295 प्रतिभागी शामिल हुए।
संयोजक निरंजन टेलर ने बताया कि दिल्ली पब्लिक स्कूल के ओपन थिएटर में आयोजित संस्कृत समूह गीत प्रतियोगिता दो वर्गों में हुई। कनिष्ठ वर्ग में 17 तो वरिष्ठ वर्ग में 16 समूहों की प्रतिभागिता रही। प्रतियोगिता में धरोहर संस्था से मेहरालोक जी और सुधर्मा ने निर्णायक की भूमिका निभाई। हर समूह में 7 प्रतिभागी व वाद्य यंत्र वादक मिलाकर 330 छात्र शामिल थे।
‘जयतु संस्कृम, जयतु भारतम’, ‘सरल भाषा संस्कृत भाषा’, ‘मृदपि च चन्दनमस्मिन् देशे ग्रामो ग्रामः सिद्धवनम’, ‘हरिमन्दिरमिदमखिलशरीरम, सुरस सुबोधा विश्व मानोज्ञा, यत्र च क्रीडायै वनराजः, धेनुर्माता परमशिवा’, ‘सर्वलोकेषु रम्यं हि भारतमस्मदीयं, मदीयम’, ‘भवतु भारतं भवतु भारतं’ आदि संस्कृत गीतों के सुमधुर गायन से प्रतिभागियों ने सभी का मन जीत लिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रादेशिक परिवहन अधिकारी नेमीचंद पारिख, दिल्ली पब्लिक स्कूल के प्राचार्य संजय नरवारिया व उपप्राचार्य राजेश धाबाई ने प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करने के साथ संस्कृत के महत्व को समझाया।
प्रतियोगिता में डीपीएस, एमएमवीएम, एमएमपीएस, सेंट एंथोनी, रॉकवुड पब्लिक स्कूल, सेंट्रल एकेडमी सरदारपुरा, सेक. 3 शाखा , सेक. 5 शाखा, आलोक स्कूल हिरण मगरी, आलोक स्कूल पंचवटी, विट्टी इंटरनेशनल, आरडीएमपीएस, इंडो अमेरिकन, सीडलिंग मॉडर्न, अभिनव स्कूल, हैप्पी होम , रेयान इंटरनेशनल स्कूल, रा. वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत विद्यालय सवीना खेड़ा, राजकीय महाराणा संस्कृत महाविद्यालय आदि संस्थानों से प्रतिभागी शामिल हुए।
संस्कृतभारती के सदस्य नरेंद्र शर्मा, रेखा सिसोदिया, रविंद्र रूपावत, विकास डांगी, दुष्यंत नागदा, डॉ. रेनू पालीवाल, भूपेंद्र शर्मा, कुलदीप जोशी आदि उपस्थित रहे।