संस्कृत सप्ताह के तहत हुई अनूठी प्रतियोगिता

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Published on : 23 Aug, 24 06:08

बच्चों से लेकर बड़ों तक ने दिखाई कला और संस्कृत की जुगलबंदी

संस्कृत सप्ताह के तहत हुई अनूठी प्रतियोगिता

उदयपुर,संस्कृत श्लोक के पठन, पाठन, वाचन, लेखन आदि प्रतियोगिताओं के बारे में आपने सुना होगा, लेकिन संस्कृत श्लोकों पर आधारित चित्रकला प्रतियोगिता शायद ही सुनी हो। इस अनूठी प्रतियोगिता का आयोजन शुक्रवार को उदयपुर में हुआ जिसमें बच्चों ने संस्कृत श्लोकों को आधार बनाकर कैनवास पर चित्र उकेरे। संस्कृत श्लोकों पर आधारित चित्र देखकर हर कोई अभिभूत हो उठा। 

प्रतियोगिता संयोजक बकुल त्रिवेदी ने बताया कि इस अनूठी प्रतियोगिता का आयोजन संस्कृतभारती की ओर से रक्षाबंधन से शुरू हुए संस्कृत सप्ताह के तहत हुआ। सप्ताह के अंतर्गत उदयपुर के महाराणा मेवाड़ पब्लिक स्कूल  में प्राचार्य मयंक त्रिवेदी  एवं विभाध्यक्ष हेमंत जैन के सान्निध्य में हुई इस प्रतियोगिता में विद्यालय व महाविद्यालय स्तर के 94 प्रतिभागी शामिल हुए।उन्होंने बताया कि कनिष्ठ व वरिष्ठ वर्ग में हुई इस प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने भारतीय सनातन ग्रंथों के श्लोकों को आधार बनाकर चित्र बनाए। इन श्लोकों में ‘या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थितां’, ‘दाक्षिण्यं विरूपामपि स्त्रियं भूषयति, सुरूपामपि अदाक्षिण्यं दूषयति’, ‘ओम जयंती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी। दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोस्तुते’ जैसे श्लोकों से भारतीय सनातन संस्कृति में मातृशक्ति के महत्व को कैनवास पर उभारा गया तो ‘वक्रतुण्ड महाकाय, सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव, सर्वकार्येषु सर्वदा’ श्लोक से भगवान गणेश की आराधना और ‘कालचक्रं जगच्चक्रं युगचक्रं च केशवः। आत्मयोगेन भगवान परिवर्तयतेनिशम’ श्लोक से भगवान श्रीकृष्ण की महिमा का वर्णन किया गया। मेहनत का महत्व बताने वाले श्लोक ‘विहाय पौरुषं यो हि दैवमेवावलम्बते, प्रासादसिंहवत्तस्य मूर्ध्नि तिष्ठन्ति वायसाः’ पर चित्र बनाकर पुरुषार्थ के महत्व को बताया गया। इसी तरह, सनातन ग्रंथों में निहित प्रकृति संरक्षण के श्लोकों में भी बच्चों ने रंग भरे। 

इससे पूर्व महाराणा मेवाड़ पब्लिक स्कूल के प्राचार्य मयंक त्रिवेदी ने सभी छात्रों को संस्कृत भाषा के प्रति निष्ठा श्रद्धा और आत्मीय प्रेम बनाए रखने हेतु प्रेरित किया और कहा की संस्कृत विश्व की सभी भाषाओं की जननी है और संस्कृत भाषा संस्कारी भाषा होने के साथ-साथ छात्रों को स्वत: संस्कारित करती है और सभी को प्रतियोगिता में अपना सर्वश्रेष्ठ देने को प्रेरित कर शुभकामना प्रदान की। साथ ही संस्कृतभारती उदयपुर ने प्राचार्य मयंक त्रिवेदी का आज ही के दिन जन्मदिवस होने के उपलक्ष्य में शुभकामना देते हुए उनका अभिनंदन भी किया।

प्रतियोगिता में डीपीएस, एमएमवीएम, एमएमपीएस, सेंट एंथोनी, स्कॉलर्स एरिना, महावीर एकेडमी, रॉकवुड पब्लिक स्कूल, आलोक हिरण मगरी, सेंट्रल एकेडमी सरदारपुरा, सेक्टर-3, सेक्टर-5,  गुरु नानक स्कूल, विट्टी इंटरनेशनल, आरएमपीएस, इंडो अमेरिकन, अभिनव स्कूल, हैप्पी होम, द यूनिवर्सल, संस्कृत विद्यालय सविना, महाराणा आचार्य संस्कृत महाविद्यालय आदि संस्थानों से प्रतिभागी शामिल हुए

 

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