उदयपुर, वेदांता समूह की कंपनी और देश की अग्रणी जस्ता-सीसा-चांदी उत्पादक हिंदुस्तान जिंक ने सबसे बड़े एकीकृत चांदी निर्माता के लिए प्रतिष्ठित इंडिया सिल्वर कॉन्फ्रेंस एक्सीलेंस अवार्ड 2023 जीतकर एक उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। यह मान्यता तब मिली है जब हिंदुस्तान जिंक को द सिल्वर इंस्टीट्यूट द्वारा आयोजित विश्व सिल्वर सर्वे 2024 द्वारा 3rd सबसे बड़े चांदी उत्पादक का स्थान दिया गया है।
यह पुरस्कार चांदी विनिर्माण क्षेत्र में उत्कृष्टता, नवाचार और सस्टेनेबल प्रणाली के प्रति हिंदुस्तान जिंक की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। कंपनी की साल-दर-साल 5 प्रतिशत की लगातार वृद्धि का श्रेय बढ़ते अयस्क उत्पादन और उन्नत ग्रेड को दिया है, जिससे वैश्विक चांदी बाजार में एक प्रमुख कंपनी के रूप में इसकी स्थिति मजबूत हुई है।
इस अवसर पर हिंदुस्तान ज़िंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुण मिश्रा ने कहा कि"हम इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को प्राप्त कर गौरवान्वित हैं, जो हमारे संचालन में नवाचार को बढ़ावा देने के प्रति हमारे समर्पण को दर्शाता है। वित्त वर्ष 2024 में 746 टन के साथ, हिंदुस्तान जिंक 3rd सबसे बड़े उत्पादक तक पहुंच गई है। यह विकास को बढ़ावा देने और स्थायी मूल्य बनाने के हमारे निरंतर प्रयासों को दर्शाता है। यह मान्यता हमारी उत्कृष्टता की निरंतर खोज और हमारी मूल्य श्रृंखला में स्थिरता पर हमारे फोकस को रेखांकित करती है।
हिंदुस्तान जिंक की सिंदेसर खुर्द खदान विश्व की दूसरी सबसे अधिक चांदी उत्पादक खदान है, जो चांदी उद्योग में कंपनी के महत्वपूर्ण योगदान को और बढ़ाती है। 2002 में मात्र 41 टन की चांदी उत्पादन क्षमता से, हिंदुस्तान जिंक 746 टन की उत्पादन क्षमता करते हुए अब नेतृत्व की स्थिति में पहुंच गया है, जो उत्कृष्टता और उद्योग-अग्रणी प्रथाओं की अपनी निरंतर खोज को प्रदर्शित करता है।
हिंदुस्तान जिंक अपनी अत्याधुनिक सुविधाओं, उन्नत तकनीक और पर्यावरण की दृष्टि से जिम्मेदार प्रथाओं के लिए पहचान रखता है। चांदी उत्पादन के लिए कंपनी का एकीकृत दृष्टिकोण वैश्विक स्थिरता लक्ष्यों के अनुरूप दक्षता, विश्वसनीयता और न्यूनतम पर्यावरणीय प्रभाव सुनिश्चित करता है।