भूपाल नोबल्स विश्वविद्यालय में  विश्व गौरैया दिवस मनाया 

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Published on : 20 Mar, 24 14:03

भूपाल नोबल्स विश्वविद्यालय में  विश्व गौरैया दिवस मनाया 

उदयपुर  भूपाल नोबल्स विश्वविद्यालय के स्नात्तकोत्तर महाविद्यालय के प्राणी शास्त्र विभाग और दृश्य कला विभाग के संयुक्त तत्वावधान में विश्व गौरैया दिवस का आयोजन कुम्भा सभागार में किया गया। यह आयोजन अधिष्ठाता डॉ. रेणु राठौड़, विभागाध्यक्ष डॉ. संगीता राठौड़ के दिशा निर्देशन में हुआ। डॉ रेणु राठौड ने गौरैया के संरक्षण के लिए अपने घरों में तथा आसपास परिण्डे लगाने के लिए प्रोत्साहित किया।विभागाध्यक्ष डॉ. संगीता राठौड़ ने बताया कि गौरैया की संख्या में लगातार कमी एक चेतावनी है। प्रदूषण और रेडिएशन प्रकृति और मानव के ऊपर दुष्प्रभाव कर रहा है अतः हमे जन-जन में जागरूकता की आवश्यकता है। उन्होंने गौरैया पक्षी की लुप्त होती प्रजाति के संरक्षण के लिए विभिन्न जानकारियाँ दी जैसे की छतों पर पक्षियों को पीने का पानी और भोजन उपलब्ध कराने के लिए सकोरे रखे, घोंसलें के लिये स्थान प्रदान करे, स्थानीय पौधों का वृक्षारोपण करे तथा कीटनाशकों का कम से कम प्रयोग करे। विश्वविद्यालय परिसर में विभिन्न परिण्डे लगवाकर इस कार्यक्रम का आगाज़ किया गया।डॉ. अभिमन्यु राठौड़, डॉ.सबिहा सिंधी, निरजा शेखावत एवं रिधिमा शक्तावत ने इस आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन डॉ.ज्योत्सना शेखावत ने किया।

दृश्य कला विभाग की ओर से  परिंडे बनवाकर विश्व गौरैया दिवस मनाया गया। इसी क्रम में  दृश्य कला की विभागाअध्यक्ष डॉ कंचन राणावत के मार्गदर्शन में उत्कृष्ट कला का प्रदर्शन देते हुए विद्यार्थियो द्वारा परिंडे पर चित्रकारी की गई इसमें फूल पत्तियां चिड़िया तोते मोर आदि बनाकर उनको  बी.एन. परिसर मे स्थित वृक्षों पर लटकवाये गए। विद्यार्थियों को अधिष्ठाता महोदया द्वारा पानी भरे रखने की शपथ दिलाई गई। इसमें भाग लेने वाले छात्र छात्राएं शिव प्रताप सिंह, चित्रा राठौर, प्रियंका जेठी राधिका बवेजा रौनक झाला, वसुंधरा राणावत,प्रियंका शर्मा रौनक चुंडावत, रुद्रिका पुरावत, सुयश शर्मा, करन मेघवाल रणवीर पटेल आदि थे।कला के अन्य पहलुओं पर भी इस अवसर पर प्रकाश डाला गया। बीएन् संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष कर्नल  प्रो.एस.एस.सारंगदेवोत, सचिव डॉ एम.एस.आगरिया और प्रबंध निदेशक मोहब्बत सिंह राठौड़ ने  इस तरह के आयोजन के लिए बधाइयाँ प्रेषित करते हुए कहा की ऐसे कार्यक्रम विद्यार्थियों को वातावरण को सुरक्षित रखने के लिए महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए प्रोत्साहित करते है। आज विश्व ख़ुशी दिवस और विंटर इक्विनॉक्स के बारे में भी बताया गया।


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