पारस हेल्थ, उदयपुर में 90% खराब हो चुकी किडनी के दो मरीजों को मिला नया जीवन

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Published on : 14 Mar, 24 11:03

पारस हेल्थ, उदयपुर में 90% खराब हो चुकी किडनी के दो मरीजों को मिला नया जीवन

उदयपुर - अगर आप भी क्रॉनिक किडनी डिसिज से ग्रसित हैं, तो आपको बहुत ही सावधानी बरतने की जरूरत है। अगर आपने इस स्थिति में थोड़ी भी लापरवाही बरती तब यह घातक रूप ले सकती है। बुशरा नहीम और रियाज़ मोहमक (बदला हुआ नाम) दोनों मरीजों के शरीर में सूजन, पेशाब में कमी, नाखून से खून व अन्य प्रकार की समस्याओं के कारण कई अस्पतालों के चक्कर लगा रहे थे। उनकी किडनी लगभग 90% तक डैमेज हो चुकी थी। जिस कारण सफल इलाज की उम्मीद कहीं से भी नजर नहीं आ रही थी। ऐसे में उनके पारिवारिक मित्र की सलाह पर हम पारस हेल्थ, उदयपुर आए और यहां डॉ. आशुतोष सोनी और उनकी टीम ने सफलतापूर्वक इलाज कर मरीजों की जान बचाई।

पारस हेल्थ, उदयपुर के डॉ. आशुतोष सोनी, कंसल्टेंट नेफ्रोलॉजी ने बताया कि इन मरीजों ने कई अस्पतालों में दिखाया, हर जगह उन्हें लगातार डायलिसिस की सलाह दी गई। मरीज में क्रिएटिनिन लेवल 7-8 की रेंज में आ चूका था। किडनी की बायोस्पी करने पर उनमें किडनी ग्लोमेरुलोपथी का पता चला। इसके बाद जांच की गई और पता चला कि उनकी 90% किडनी डैमेज हो चुकी है। इस बीमारी में नेफ्रो के ग्लोमेरुलुस में सेल्स एकत्रित हो जाती है एवं इससे फाइब्रिन टाइप के मेडिक्स मेडीरियल एकत्रित हो जाती है। आईजीए नेफ्रो के द्वारा मरीजों का इलाज किया गया। इसके बाद दोनों मरीज बगैर डायलिसिस के ही स्वस्थ हो गए।

मरीजों ने पारस हेल्थ, उदयपुर के डॉ. आशुतोष सोनी का धन्यवाद देते हुए कहा कि हमें यह उम्मीद नहीं थी कि हम बच पाएंगे। उन्होंने कहा कि हम हर उस व्यक्ति को बताना चाहेंगे, जो किसी भी प्रकार की किडनी की समस्या से ग्रसित है या फिर अन्य कोई भी समस्या है तब उन्हें नियमित तौर पर अपनी जांच करवाते रहनी चाहिए और सावधानी बरतने का साथ ही डॉक्टर के संपर्क में भी रहना चाहिए।
 


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