धर्म-अध्यात्म और संस्कृति का संरक्षण-संवर्धन सर्वोपरि दायित्व - गोस्वामी श्री अच्युतानन्द महाराज

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Published on : 08 Mar, 24 05:03

धर्म-अध्यात्म और संस्कृति का संरक्षण-संवर्धन सर्वोपरि दायित्व - गोस्वामी श्री अच्युतानन्द महाराज

बांसवाड़ा /त्रिकालज्ञ अंशावतार संत मावजी महाराज की सदियों पुरानी परम्परा में श्रीमहंत एवं बेणेश्वर पीठाधीश्वर गोस्वामी श्री अच्युतानन्द जी महाराज ने प्राचीन वैदिक ज्ञान-विज्ञान, पुरातन संस्कृति तथा धर्म-अध्यात्म धाराओं और परम्पराओं के संरक्षण-संवर्धन को वर्तमान युग की अहम् एवं सर्वोपरि आवश्यकता बताया है और इन प्रयासों में अधिकाधिक भागीदारी का आह्वान किया है।

बेणेश्वर पीठाधीश्वर गोस्वामी श्री अच्युतानन्द महाराज ने यह उद्गार गुरुवार को गायत्री मण्डल द्वारा बांसवाड़ा में वनेश्वर शिवालय के समीप संचालित श्री पीताम्बरा आश्रम में मण्डल के पदाधिकारियों, सदस्यों एवं श्रद्धालुओं के समक्ष व्यक्त किए।

 

हनुमान एवं बगलामुखी मैया के दर्शन

बेणेश्वर पीठाधीश्वर ने आश्रम पहुंचकर श्री हनुमत्पीठ में भगवान श्री हनुमानजी की प्रतिमा एवं बगलामुखी पीठ के दर्शन किए तथा विश्वमंगल की कामना की।

 

मण्डल द्वारा महन्तश्री का अभिनन्दन

इस अवसर पर गायत्री मण्डल की ओर से मुख्य संरक्षक श्री दिलीप गुप्ता, सचिव श्री विनोद शुक्ला तथा गाय.ी मण्डल वास्तु परिषद के संयोजक श्री चन्द्रशेखर जोशी ने स्वस्ति मंगल मंत्रों से महन्तश्री का पुष्पहारों व श्रीफल से स्वागत किया तथा श्रीकृष्ण चित्रपट दुशाला एवं शॉल ओढ़ाकर अभिनन्दन किया।

 

दैनन्दिन यज्ञ एवं अनुष्ठान अतुलनीय उपासना

बेणेश्वर पीठाधीश्वर गोस्वामी श्री अच्युतानन्द जी महाराज ने इस अवसर पर गायत्री मण्डल द्वारा अल्प समय में ही श्री पीताम्बरा आश्रम में दिव्य आध्यात्मिक साधना एवं प्रशिक्षण केन्द्र निर्माण, आश्रम गतिविधियों के विकास एवं विस्तार आदि कार्यों के साथ ही नियमित यज्ञ एवं अनुष्ठानों की सतत रूप से जारी परम्परा पर प्रसन्नता व्यक्त की।

 

सभी निभाएं सहभागिता

उन्होंने इन अनुष्ठानों की वर्तमान समय में अनिवार्य आवश्यकता और प्रासंगिकता पर जोर दिया और कहा कि सनातन परम्पराओं से नई पीढ़ी को परिचित कराने की दिशा में हो रहे कार्य स्तुत्य एवं अनुकरणीय हैं तथा सभी सनातनधर्मियों में इसमें उदारतापूर्वक सहभागिता के लिए आगे आना चाहिए।

 

पीठाधीश्वर ने भेंट की आशीर्वाद राशि

बेणेश्वर पीठाधीश्वर ने श्री पीताम्बरा आश्रम की धार्मिक-आध्यात्मिक गतिविधियों के लिए अपनी ओर से आशीर्वाद स्वरूप 12 हजार रुपए की धनराशि गायत्री मण्डल को भेंट की तथा श्री पीताम्बरा आश्रम एवं गायत्री मण्डल की ओर से हो रहे श्रेष्ठ एवं अन्यतम ऐतिहासिक कार्यों के लिए मण्डल के मुख्य संरक्षक श्री दिलीप गुप्ता को सम्मानित किया।

 

गुरुकुल पद्धति से साधना एवं प्रशिक्षण

गायत्री मण्डल के मुख्य संरक्षक, पूर्व आयुक्त श्री दिलीप गुप्ता ने बेणेश्वर पीठाधीश्वर का स्वागत करते हुए अपने स्वागत भाषण में गायत्री मण्डल द्वारा श्री पीताम्बरा आश्रम में संचालित गतिविधियों, अब तक हुए निर्माण, विकास एवं विस्तार कार्यों तथा भावी योजनाओं पर विस्तार से जानकारी दी और कहा कि सनातन धर्मियों के योगदान से आश्रम को अनुपम दिव्य शक्ति चेतना केन्द्र के रूप में विकसित किया जाएगा तहां प्राच्यविद्याओं की नियमित साधना के साथ ही वैदिक संस्कृति एवं परम्पराओं का प्रशिक्षण भी गुरुकुल पद्धति से दिया जाएगा।

आरंभ में बेणेश्वर पीठाधीश्वर के आश्रम परिसर पहुंचने पर आश्रम के कार्यक्रम समन्वयक श्री मनोज नरहरि भट्ट, रमेश आर. भट्ट, भंवर गर्ग ‘मधुकर’, दिलीप अधिकारी, अजय अधिकारी आदि ने स्वागत किया।

इस अवसर पर समाजसेवी श्री प्रिंस पटेल सहित हरि मन्दिर एवं बेणेश्वर धाम के अनुयायीगण तथा गुजरात के भक्तगण उपस्थित थे।

 

निर्माण एवं विकास कार्यों पर जतायी प्रसन्नता

गोस्वामी श्री अच्युतानन्द महाराज ने इस अवसर पर श्री पीताम्बरा आश्रम में जारी निर्माण एवं विकास कार्यों का अवलोकन किया तथा इसके लिए गायत्री मण्डल की पूरी टीम की सराहना की और विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले समय में श्री पीताम्बरा आश्रम दिव्य एवं दैवीय चेतना का बहुआयामी ऊर्जा केन्द्र के रूप में अपनी स्वर्णिम पहचान बनाएगा।


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