बी ए द्वितीय सेमेस्टर संस्कृत की पाठ्यपुस्तक 'संस्कृत गद्य' का विमोचन

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Published on : 05 Mar, 24 06:03

बी ए द्वितीय सेमेस्टर संस्कृत की पाठ्यपुस्तक 'संस्कृत गद्य' का विमोचन

नवीन राष्ट्रीय शिक्षानीति और पाठ्यक्रम में गोविन्द गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय बाँसवाड़ा के बी ए द्वितीय सेमेस्टर संस्कृत की नई पाठ्यपुस्तक 'संस्कृत गद्य' का विमोचन मंगलवार को हुआ। प्रो. राजेश जोशी व्याख्यायित स्नातक कला वर्ग की नवीन पाठ्यपुस्तक की प्रतियाँ महाविद्यालय के पुस्तकालय हेतु प्राचार्य को भेंट की गई। पुस्तक का विमोचन वरिष्ठ संकाय सदस्य प्रो. सीमा भूपेन्द्र, प्रो. बी के शर्मा, कृषि विज्ञान के आमंत्रित आचार्य डॉ. राजेन्द्र कुमार शर्मा की उपस्थिति में हुआ। प्राचार्य प्रो. कल्याणमल सिंगाडा ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए छात्रों के लिये मूल पुस्तक की महत्ता प्रतिपादित की।  पाठ्यपुस्तक के लेखक प्रो. राजेश जोशी ने बताया कि नये पाठ्यक्रम में निर्धारित तीन इकाइयों में क्रमशः शुकनासोपदेश, शिवराजविजयम् औथ संस्कृत गद्य साहित्य का संक्षिप्त इतिहास समाहित है। कादम्बरी का शुकनासोपदेश खण्ड बाण की गद्य विधा का श्रेष्ठ उदाहरण है। जबकि शिवराज विजय को संस्कृत साहित्य के पहले उपन्यास होने का गौरव प्राप्त है। शुकनासोपदेश युवाओं को आज की भौतिक आपाधापी के बीच एकमात्र धन इकट्ठा करने वाली प्रवृत्ति से सावधान रहने की शिक्षा देता है। शिवराज विजय में पं. अम्बिकादत्त व्यास ने क्रूर मुगल शासक औरंगजेब के साथ छत्रपति शिवाजी महाराज के संघर्ष और जीत को प्रमुखता से उभारा है। भारत के स्व को बचाने में शिवाजी का चरित्र सीखने योग्य है। 


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