अरुण मिश्रा - सीआईआई राजस्थान के नए अध्यक्ष

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Published on : 29 Feb, 24 13:02

अरुण मिश्रा - सीआईआई राजस्थान के नए अध्यक्ष और संजय अग्रवाल ने उपाध्यक्ष का पदभार संभाला

अरुण मिश्रा - सीआईआई राजस्थान के नए अध्यक्ष

श्री अरुण मिश्रा और श्री संजय अग्रवाल को वर्ष 2024 -25 के लिए भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) राजस्थान के क्रमशः अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के रूप में चुना गया है।

श्री अरुण मिश्रा जिंक बिजनेस, वेदांता के सीईओ हैं और 1 अगस्त, 2020 से दुनिया के दूसरे सबसे बड़े जिंक एकीकृत उत्पादक और 5वें सबसे बड़े चांदी उत्पादक हिंदुस्तान जिंक का नेतृत्व कर रहे हैं। इसके बाद जून 2022 में, श्री मिश्रा ने वेदांता जिंक इंटरनेशनल के संचालन और विकास का प्रबंधन करने की अतिरिक्त जिम्मेदारी संभाली है, जिसकी खदानें और कंन्सन्ट्रेटर दक्षिण अफ्रीका में हैं। 1 अगस्त 2023 से, श्री मिश्रा को वेदांता लिमिटेड में कार्यकारी निदेशक के रूप में भी नियुक्त किया गया है।


श्री मिश्रा इंटरनेशनल जिंक एसोसिएशन के पहले भारतीय अध्यक्ष हैं। उनके सक्षम नेतृत्व में हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड ने धातु और खनन क्षेत्र के तहत 238 कंपनियों के बीच एसएंडपी ग्लोबल कॉरपोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट में उच्चतम सीएसए‘ स्कोर 85 हासिल कर सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया है।

श्री अरुण मिश्रा ने आईआईटी, खड़गपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री के बाद न्यू साउथ वेल्स सिडनी विश्वविद्यालय से माईनिंग और बेनिफिसिएषन में डिप्लोमा और सीईडीईपी, फ्रांस से डिप्लोमा इन जनरल मैनेजमेंट किया। उन्हें गायन, गोल्फ खेलने और फुटबॉल का शौक है।

श्री संजय अग्रवाल एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक (एयू एसएफबी) के प्रबंध निदेशक और सीईओ हैं, वह बैंकिंग के क्षेत्र में अग्रणी हैं और एयू लघु वित्त बैंक (एयू एसएफबी) के दूरदर्शी संस्थापक हैं। पहली पीढ़ी के उद्यमी के रूप में, वह ‘बदलाव‘ की भावना का प्रतीक हैं, जिसने एयू एसएफबी को भारत का सबसे बड़ा लघु वित्त बैंक बनने के लिए प्रेरित किया - जो वित्तीय समावेशन और उत्कृष्टता का प्रतीक है।

एक योग्यता धारक चार्टर्ड अकाउंटेंट, श्री अग्रवाल ने 1996 में एयू फाइनेंसर्स की स्थापना करके अपनी यात्रा शुरू की। दो दशकों से अधिक समय तक, इस संस्था ने ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में छोटे उद्यमियों और वंचित व्यक्तियों की वित्तीय जरूरतों को पूरा किया। इसने आय सृजन और वृद्धि के लिए वित्त पोषण की पेशकश की, जो पहले औपचारिक वित्तीय प्रणालियों द्वारा हाशिए पर थे उन्हें सशक्त बनाया।

बैंकिंग परिचालन के अपने उद्घाटन वर्ष के भीतर, एयू एसएफबी ने एक अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक का दर्जा हासिल किया और फॉर्च्यून इंडिया 500 सूची में एक स्थान हासिल किया। आज, एक बैंक के रूप में छह साल से अधिक समय के बाद, एयू एसएफबी भारत के सबसे बड़े लघु वित्त बैंक के रूप में खड़ा है। बैंक का परिचालन 1,049 से अध्ािक बैंकिंग टचप्वाइंट तक फैला हुआ है, जो 21 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों में 46.8 लाख ग्राहकों को सेवा प्रदान करता है।

वह एक जुनूनी क्रिकेटर हैं और उन्होंने 1990 में अंडर-19 टीम में राजस्थान का प्रतिनिधित्व किया था।


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