बंधुआ मजदूरी मुक्त प्रदेश के लिए मिलकर करना होगा प्रयास

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Published on : 09 Feb, 24 16:02

बंधुआ मजदूरी मुक्त प्रदेश के लिए मिलकर करना होगा प्रयास

बंधुआ मजदूरी मुक्त प्रदेश के लिए मिलकर करना होगा प्रयास - सारंगदेवोत बंधुआ मजदूरी को लेकर आमजन का करना होगा जागरूक - सारंगदेवोत (9 फरवरी “बंधुआ मजदूर प्रणाली उन्मूलन दिवस” विशेष, एक दिवसीय सेमिनार सम्पन्न) उदयपुर 09.02.2024। भारत राष्ट्र में बंधुआ मजदूरी के मुद्दे पर निरन्तर नवाचार एवं प्रयास किए जा रहे है। बंधुआ मजदूरी नागरिकों के मौलिक मनावाधिकारों का हनन है, इस सामाजिक बुराई को समाज से खत्म करने हेतु सरकारी एवं गैर सरकारी संगठनों के साथ आमजन को मिलकर सामूहिक एवं सतत् प्रयास करने होंगे। आमजन को जागरूक कर ही इस कलंक को मिटाया जा सकता है। उक्त विचार जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एस. एस. सारंगदेवोत ने बंधुआ मजदूर प्रणाली उन्मूलन दिवस पर शहर के टाउन हाॅल स्थित श्रमजीवि काॅलेज के विधि विभाग के सभागार में गायत्री सेवा संस्थान, जनार्दन राय नागर विद्यापीठ एवं ईन्टरनेशनल जस्टिस मीशन के संयुक्त तत्वाधान में आयोजिक एक दिवसीय सेमिनार में मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, उदयपुर के सचिव कुलदीप शर्मा ने बंधुआ मजदूरी को गुलामी की प्रथा बताते हुए इसके संज्ञेय दंडनीय अपराध के प्रावधानों पर प्रकाश डाला। सेमिनार में विषय विशेषज्ञ एवं पूर्व सदस्य राजस्थान बाल आयोग, राजस्थान सरकार ने मुख्य वक्ता के रूप में सम्बोधित करते हुए राजस्थान प्रदेश में विगत 5 वर्षों में मुक्त करवाए बंधुआ मजदूरों की जानकारी देते हुए आ रही चुनौतियों पर प्रकाश डाला। सेमिनार के तकनिकी सत्र की अध्यक्षता वी. वी. गीरी राष्ट्रीय श्रम संस्थान नई दिल्ली के सिनियर फेलो एवं अन्तर्राष्ट्रीय श्रम संगठन में अपनी सेवाए दे चूके डाॅ. महावीर जैन ने भारत राष्ट्र में बंधुआ मजदूरी उन्मूलन को लेकर किए बेस्ट प्रैक्टिस की जानकारी दी। तकनिकी सत्र के मुख्य अतिथि राजस्थान बाल आयोग, राजस्थान सरकार के सदस्य ध्रुव कुमार कवीया ने बंधुआ मजदूरी मंे प्रभावित बच्चो के पूर्नवास एवं संरक्षण की जानकारी दी। सेमिनार में इन्टरनेशनल जस्टिस मिशन के प्रतिनिधी जाॅन जेम्स ने पी. पी. टी. के द्वारा बंधूआ मजदूर प्रणाली अधिनियम, 1976 के प्रावधानों की विस्तृत जानकारी देते हुए विभिन्न हितधारकों की भूमिका पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में जिला प्रशासन, विधिक सेवा प्राधिकरण, राजस्थान बाल आयोग, बाल कल्याण समिति उदयपुर से यशोदा पडीया,संगीता राव, लाॅ क्षेत्र से जूडे विशेषज्ञ एवं विद्यार्थी सहित गायत्री सेवा संस्थान के कार्यकत्र्ता उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अन्त में सभी प्रतिभागियों एवं अतिथियो ने बंधुआ मजदूरी मुक्त समाज का संकल्प लिया। कार्यक्रम के अन्त में धन्यवाद विधि विभाग की प्राचार्या डाॅ. कला मुनेत ने किया। संचालन एवं समन्वय डाॅ. प्रतीक एवं नितिन पालीवाल ने किया।

 


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