‘‘बतियन की गली’’ भानु भारती ने रंगमंच की यात्रा को आमजन से साझा किया

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Published on : 29 Jan, 24 11:01

‘‘बतियन की गली’’ भानु भारती ने रंगमंच की यात्रा को आमजन से साझा किया

भारतीय लोक कला मण्डल में आज जयपुर से संचालित राजस्थान का प्रसिद्ध टॉक शो ‘‘बतियन की गली तीसरे संस्करण का शुभारम्भ अर्थात उद्घाटन सत्र पर दिनांक 28 जनवरी 2024 को भारतीय लोक लोक मंडल में देश के जाने माने नाट्य निर्देशक और लेखक भानु भारती आमजन से रूबरू हुए।

भारतीय लोक कला मण्डल के निदेशक डॉ लईक हुसैन ने बताया कि कला की विभिन्न विधाओं और उनके कलाकारों के कृतित्व को करीब से जानने के लिए हर महीने आयोजित की जाने वाली सीरीज ‘बतियन की गली’ ‘‘ए सिप ऑफ आर्ट’  के तीसरे सीजन की पहली कड़ी में जयपुर की प्रियदर्शिनी मिश्रा द्वारा परिकल्पित राजस्थान के चर्चित टॉक शो बतियन की गली’ ‘ए सिप ऑफ आर्ट’ का तीसरा संस्करण आज से शुरु हुआ। इसकी पहली कड़ी  भारतीय लोक कला मंडल, उदयपुर के सहयोग से उदयपुर में आयोजित की गई।

इस पहली कड़ी में देश के जाने माने नाट्य निर्देशक व लेखक भानु भारती उदयपुर के नाट्य प्रेमियों से रूबरू हुए। जिसमें उन्होंने रंगमंच के प्रति उनके रूझान, नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में अध्ययन के दौरान उनके अनुभव, नाट्य लेखन एवं नाट्य निर्देशन में क्या-क्या ध्यान में रखना चाहिए, इसके साथ उन्होंने वर्तमान समय में नाटक एवं कलाकारों की चुनौतियों को भी आमजन के समक्ष रखा। अपने साक्षात्कार के दौरान  श्री भानु भारती ने बताया कि साहित्य में उनकी शुरूआती प्रेरणा उन्हंे उनकी माता जी से मिली उसके बाद उनके साहित्य एवं कविता के गुरू श्री गणेशी लाल व्यास से मिली। उन्होंने इस दौरान कहा कि वह बचपन से ही कविता लिखने का शौक रखते थे और इसी क्रम में उन्होंने महज 14-15 वर्ष की उम्र में ही कविता लिखना प्रारम्भ कर दिया। इस अवसर पर भानु भारती जी  ने उनके शिष्य रवि झांकल एवं रवि जेठली के किस्से सुनाए। उनके द्वारा मेवाड़ के भील जाति द्वारा किया जाने वाले गवरी नृत्य नाटिका को रंगमंच पर नाटक के रूप में प्रस्तुति तैयार किया गया उसके बारे में उन्होंने अपनी बात को आमजन को बताया कि कैसे उन्होंने गाँव के कलाकारों को रंगमंच पर प्रस्तुति हेतु तैयार किया।  इस अवसर पर प्रियदर्शिनी मिश्रा ने बताया कि इस कार्यक्रम में हर वर्ष राजस्थान के किसी बहुत ही प्रतिभाशाली एवं कर्मठ कलाकार का सम्मान किया जाता है। तो इस बार उदयपुर के युवा अभिनेता एवं नाट्य निर्देशक कविराज लईक, जिन्हें इस वर्ष ही राजस्थान संगीत नाटक अकादमी युवा नाट्य निर्देशक का अवार्ड मिला है को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में दी परफोरमर्स कल्चरल सोसायटी के कलाकारों ने कविराज द्वारा निर्देशित नाटक अभिशप्त के दृश्य शिवांगी तिवारी एवं धीरज जीनगर द्वारा कृष्ण एवं वृषाली के चरित्र को मंचित किया गया।

 कार्यक्रम के अंत में डॉ. लईक हुसैन ने कार्यक्रम में पधारे अतिथियों एवं गणमान्य नागरिकों के साथ ही बतियन की गली’ ‘‘ए सिप ऑफ आर्ट’  की पूरी टीम को बधाई देते हुए कहा कि क्युरियो ए परफोर्मिंग आर्ट ग्रुप की ओर से आयोजित की ये सीरीज थिएटर इन एजूकेशन स्पेशलिस्ट एवं रंगकर्मी प्रियदर्शिनी मिश्रा द्वारा की जा रही है। यह बहुत ही सराहनीय कार्य है। जिसमें देश के ख्यातनाम कलाकारों से बात होती है, जिससे युवा वर्ग को काफी प्रोत्साहन मिलेगा।


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