संत समाज हमारी सनातन संस्कृति के सच्चे संदेशवाक: प्रो. अमेरिका सिंह

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Published on : 24 Dec, 23 13:12

पूर्व कुलपति प्रो.अमेरिका सिंह की नव निर्वाचित विधायक महंत प्रतापपुरी से शिष्टाचार भेंटवार्ताप्रो. सिंह ने महंत प्रतापपुरी को

 संत समाज हमारी सनातन संस्कृति के सच्चे संदेशवाक: प्रो. अमेरिका सिंह

पोकरण,  मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो अमेरिका सिंह ने तारातरा मठ के महंत प्रतापपुरी जी महाराज से शिष्टाचार भेंटवार्ता की और उन्हें 16वीं विधानसभा हेतु विधायक निर्वाचित होने पर शुभकामनाए प्रदान की। प्रो. सिंह ने इस अवसर पर राज्यपाल श्री कलराज मिश्र द्वारा लिखित पुस्तक निमित्त मात्र हुं की प्रति महंत श्री प्रतापपुरी को भेंट की और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।उन्होंने कहा की मिश्र ने अपना संपूर्ण जीवन मानवता और समाज के कल्याण के लिए लगाया है। मिश्र का बहुमुखी व्यक्तित्व आज के युवाओं के लिए प्रेरणादायी हैं। शिक्षा और अध्यात्म विज्ञान का समन्वय स्थापित कर विद्यार्थियों को एक नया माहौल प्रदान किया जाना चाहिए जिससे विद्यार्थी अपने धर्म व सभ्यता संस्कृति के प्रति जुड़ाव महसूस कर सके और शिक्षा को संस्कार के साथ ग्रहण कर सके यही पीढ़ी आने वाले समय में हमारे देश की भावी कर्णधार बनेगी। इस अवसर पर प्रो सिंह ने महंतपुरी से अध्यात्म, भारतीय शिक्षा व्यवस्था में सांस्कृतिक एवं मानवीय मूल्यों का समावेश, दर्शन, साहित्य, संस्कृति और कौशल से जुड़े विषयो पर भी चर्चा की। 

इस अवसर पर महंत प्रताप पुरी ने प्रोफेसर अमेरिका सिंह द्वारा उच्च शिक्षा के क्षेत्र में किए गए नवाचारों एवं विभिन्न कार्यों की सराहना की एवं इसे उच्च शिक्षा की दिशा में एक मील का पत्थर बताया। उन्होंने कहा कि हमारे देश का संत समाज केवल आस्था के केन्द्र ही नहीं बल्कि लोकतांत्रिक व सनातन मूल्यों के आधार स्तंभ हैं। हमारी भारतीय धार्मिक विचारधारा इतनी विस्तृत और विशाल है कि इसमें सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय के भाव समाहित हैं। आज के समय में शिक्षा के साथ  अपनी सभ्यता व संस्कृति को जानना पहचानना और अपनाना आवश्यक है।ज्ञातव्य है कि ख्याति प्राप्त प्राचीन तारातरा मठ राजस्थान के जैसलमेर जिले की पोकरण विधानसभा के चोहटन तहसील में स्थित हैं। जो प्राचीन भारत के विरासत को संजोए हुए हैं और भारत के प्राचीन ज्ञान से आज के समाज को अवगत कराता है। यह मठ, कला, कौशल एवं प्राचीन संस्कृति की धरोहर का अद्भुत केंद्र है।


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