कार्तिक पूर्णिमा पर 1 घंटे में तीन महिलाओं के नेत्रदान संपन्न,

( 1895 बार पढ़ी गयी)
Published on : 30 Nov, 23 00:11

कार्तिक पूर्णिमा पर 1 घंटे में तीन महिलाओं के नेत्रदान संपन्न, एक 80 किलोमीटर जाकर भी नहीं लिया*

कार्तिक पूर्णिमा पर 1 घंटे में तीन महिलाओं के नेत्रदान संपन्न,

कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर कल शहर में 1 घंटे के दौरान तीन महिलाओं के नेत्रदान संपन्न हुए तीनों का ही अंतिम संस्कार एक ही समय पर होना था, इस कारण से बारिश में दौड़ते भागते तीनों नेत्रदान को संपन्न किया ।

कल सुबह पंचमुखी बालाजी के पास, मंगलपुरा, झालावाड़ निवासी तारा शर्मा जी का आकस्मिक निधन, विधायक कॉलोनी,कोटा निवासी उनके बेटे प्रमोद कुमार शर्मा के यहाँ हुआ । तारा जी के पति पूर्व विधायक ज्वाला प्रसाद शर्मा ने अपनी पत्नी के नैत्रदान करवाने की इच्छा जाहिर की जिसके उपरांत शाइन इंडिया फाउंडेशन के ज्योति मित्र मोनू बोयत व डॉ वैभव शर्मा की सूचना पर निवास स्थान पर नेत्रदान की प्रक्रिया संपन्न हुई । 

इसी नेत्रदान के साथ ही सूचना मिली कि, जवाहर नगर निवासी केदार प्रसाद खंडेलवाल की पत्नी कलावती खंडेलवाल का एक दुर्घटना में हाथ कट जाने के उपरांत आकस्मिक निधन हो गया,अचानक हुई इस घटना से परिवार के सभी लोग काफी शोक में आ गए ।  इसके उपरांत ज्योति मित्र संजय विजावत और बृजेश खंडेलवाल की समझाइश के  उपरांत बेटे बहु आशीष खंडेलवाल,नेहा,डॉ अर्पित,डॉ दिव्या ने सहमति कर कलावती जी के नेत्रदान का पुनीत कार्य संपन्न करवाया ।

जवाहर नगर के नेत्रदान के उपरांत सरस्वती कॉलोनी,बाराँ रोड निवासी सतनाम कौर के आकस्मिक निधन की सूचना संस्था के ज्योति मित्र दीप सेठी के माध्यम से प्राप्त हुई इसके उपरांत संस्था सदस्यों ने तुरंत ही उनके निवास स्थान पर पहुंचकर पुत्र दीपेंद्र और विजय बेटी शीतल की सहमति प्राप्त कर नेत्रदान की प्रक्रिया को संपन्न किया ।

*80 किलोमीटर जाकर भी नहीं लिया कॉर्निया*

तीनों नेत्रदान के कार्य को संपन्न करने के उपरांत संस्था के ज्योति मित्र कमलेश दलाल ने सूचना दी,गुजराती मोहल्ला, सांगोद निवासी राजेंद्र शर्मा जी के सेवानिवृत प्रधानाध्यापक श्रीमान नरेंद्र मोहन शर्मा जी का भी आकस्मिक निधन हुआ है, परिजन चाहते हैं कि,उनके नेत्रदान का कार्य संपन्न हो । दिए गए समय पर ही संस्था शाइन इंडिया की टीम नेत्रदान के लिए पहुंच गई, परंतु प्राथमिक परीक्षण पर पाया गया कि, दिवंगत नरेंद्र मोहन जी का कॉर्निया चिकित्सकीय दृष्टि से उपयुक्त नहीं था,इसलिए टीम के सदस्यों ने कॉर्निया लेने के लिए मना कर दिया । डॉ कुलवंत गौड़ ने,वापस कोटा के लिए निकलने से पहले अंतिम संस्कार के लिए आये 200 से अधिक लोगों को मौके पर ही नेत्रदान से संबंधित सभी जानकारी दी ।

 


साभार :


© CopyRight Pressnote.in | A Avid Web Solutions Venture.