नवलखा महल सांस्कृतिक केन्द्र (NMCC) उदयपुर में मनाया गया अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटन दिवस

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Published on : 28 Sep, 23 05:09

नवलखा महल सांस्कृतिक केन्द्र (NMCC) उदयपुर में मनाया गया अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटन दिवस

उदयपुर। अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटन दिवस के उपलक्ष में पर्यटकों को भारतीय संस्कृति का महत्व समझाने हेतु एक भव्य प्रकल्प जो कि नवलखा महल में तैयार किया गया है, उसके प्रचार प्रसार के सन्दर्भ में उदयपुर के होटल व्यवसाईयों के साथ एक संगोष्ठी आयोजित कर महर्षि दयानन्द सरस्वती के विचारों को सम्प्रेषित करते हुए नवलखा महल सांस्कृतिक केन्द्र के अध्यक्ष श्री अशोक आर्य ने बताया कि महर्षि दयानन्द की 200वीं जयन्ती के अवसर पर वैदिक संस्कृति के प्रचार-प्रसार के अनेको कार्यक्रम पूरे विश्व में किया जा रहे हैं। स्थाई रूप से पर्यटकों और विशेष रूप से विद्यार्थियों तक यह सन्देश पहुँचता रहे इसके लिए गुलाब बाग के अन्दर अवस्थित नवलखा महल को भव्य स्वरूप दिया गया है और उसके माध्यम से उन उदात्त मूल्यों को जो कि आज विस्मृत हो गए हैं यहाँ से संप्रेषित किया जा रहा है। नवलखा महल के बारे में संक्षिप्त जानकारी देते हुए बताया नवलखा महल वह स्थल है जहाँ तत्कालीन समय के मेवाड़ के महाराणा सज्जन सिंह जी के निमंत्रण पर महर्षि दयानन्द सरस्वती आये और यहाँ लगभग साढ़े छः माह तक प्रवास किया एवं अपनी कालजयी कृति सत्यार्थ प्रकाष का प्रणयन पूर्ण किया। पूर्व में यह स्थल राजस्थान सरकार के आबकारी विभाग का शराब का गोदाम था। आर्य प्रतिनिधि सभा एवं आर्य समाज के अथक प्रयासों से यह भवन वर्ष 1992 में राजस्थान सरकार से जीर्ण-षीर्ण अवस्था में आर्य समाज को प्राप्त हुआ और यहाँ की गतिविधियों का संचालन श्रीमद् दयानन्द सत्यार्थ प्रकाष न्यास द्वारा किया जा रहा है।
वर्ष 1992 से अब तक यहाँ विभिन्न प्रकल्प तैयार किए गए हैं। इसमें प्रमुख रूप से नवाचारों में वैदिक संस्कृति का प्रचार प्रसार करने हेतु विष्व का प्रथम प्रकल्प 16 संस्कार वीथिका तैयार की गई है। जहाँ देष विदेष से पर्यटक, विद्यार्थी एवं आमजन आकर प्रेरणा प्राप्त करते हैं।
इसी प्रकार देष की स्वतंत्रता में ऐसी स्वतंत्रता सैनानी जो कि नींव के पत्थर हैं एवं उनके नाम का प्रचार प्रसार नहीं हुआ है। उनकी स्मृति को जीवन्त करने के उद्देष्य से क्रान्तिकारियों को योगदान को दर्षाती वीथिका तैयार की गई है।
आर्य जगत् के भामाषाह एवं सार्वदेषिक आर्य प्रतिनिधि सभा के प्रधान श्री सुरेष चन्द्र आर्य एवं श्री दीनदयाल जी गुप्त के सहयोग से मल्टी मीडिया सेन्टर ‘सुरेष चन्द्र दीनदयाल आर्य’ तैयार किया गया है जहाँ क्रान्तिकारियों एवं देष के गौरव को स्मृत करने वाली लगभग 20 मिनिट की एक लघु फिल्म आने वाले पर्यटकों को दिखायी जाती है।
वैदिक संस्कृति एवं महापुरुषों के योगदान को स्मृत करने हेतु आर्यवर्त चित्रदीर्घा का भी यहाँ निर्माण किया गया है।
उक्त प्रकल्पों को अवलोकन करने उदयपुर होटल एसोसिएषन के पदाधिकारी नवलखा महल सांस्कृतिक केन्द्र पधारे जहाँ उन्होंने यहाँ से संचालित की जा रही विभिन्न गतिविधियों की भूरि-भूरि प्रषंसा की। इस अवसर पर उदयपुर होटल एसोसिएषन के उपाध्यक्ष श्री राजेष अग्रवाल ने कहा कि यहाँ जो प्रकल्प तैयार किए गए हैं ऐसे प्रकल्प उन्होंने कहीं भी नहीं देखे हैं। इसके लिए मैं यहाँ श्रीमद् दयानन्द सत्यार्थ प्रकाष न्यास के अध्यक्ष श्री अषोक आर्य एवं उनकी टीम को शुभकामनाएं सम्प्रेषित करता हूं तथा नवलखा महल सांस्कृतिक केन्द्र की निरन्तर उन्नति की ईष्वर से कामना करता हूँ।
पदाधिकारियों के नवलखा महल आगमन पर उनका ओ3म् दुपट्टा एवं पगड़ी पहनाकर स्वागत किया गया। इस अवसर पर न्यास अध्यक्ष श्री अषोक आर्य ने विभिन्न प्रकल्पों विस्तार से समझाया और न्यास की आगामी कार्य योजना की जानकारी दी और बताया कि यहाँ देष विदेष से प्रतिवर्ष लगभग पचास हजार से अधिक पर्यटक शुल्क देकर अवलोकन करते हैं।
इस अवसर पर नवलखा महल सांस्कृतिक केन्द्र युवा वाहिनी की संयोजक श्रीमती ऋचा पीयूष श्रीमद् दयानन्द सत्यार्थ प्रकाष न्यास के कार्यालय मंत्री श्री भँवर लाल गर्ग, पुरोहित श्री नवनीत आर्य, श्री देवीलाल, श्री लक्ष्मण, श्रीमती दुर्गा, श्री विषाल, श्री सिद्धम, श्री दिव्येष तथा न्यास के अन्य कार्यकर्त्ता भी उपस्थित थे।
इस कार्यक्रम का आयोजन नवलखा महल की युवा इकाई  NMCC YOUTH  द्वारा किया गया। जिसकी संयोजक श्रीमती ऋचा पीयूष ने होटल व्यवसाईयों से निवेदन किया की  NMCC की प्रवृत्ति व्यावसायिक नहीं है, इसका उद्देश्य जन-जन तक भूली-बिसरी भारतीय मनीषा को संप्रेषित करना है, अतः उनके यहाँ रुकने वाले पर्यटकों तक इस प्रकल्प की जानकारी देने की अपेक्षा रखते हैं।  NMCC YOUTH के अन्य सदस्य जयेश, सुकृत्त मेहरा, भाग्यश्री शर्मा, उषा चौहान, आदर्श गर्ग, शोभित मित्तल आदि के साथ-साथ न्यास के मंत्री श्री भवानी दास आर्य, संयुक्त मंत्री डॉ. अमृतलाल तापड़िया एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
विश्व पर्यटन दिवस की अवसर पर अपनी सोच को प्रर्दशित करने के लिए जागृति विद्या निकेतन विद्यालय को भी यहाँ आमंत्रित किया गया था, वहाँ से अध्यापकों सहित लगभग 80 विद्यार्थियों ने नवलखा महल सांस्कृतिक केन्द्र का अवलोकन किया।


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