जो मां अपने बच्चों को संस्कारित करती है वह मां भगवान समान

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Published on : 02 Jun, 23 06:06

जो मां अपने बच्चों को संस्कारित करती है वह मां भगवान समान : योग ऋषि स्वामी रामदेव

जो मां अपने बच्चों को संस्कारित करती है वह मां भगवान समान

- योग ऋषि स्वामी के सानिध्य में योग चिकित्सा एवं ध्यान शिविर शुरू, हजारों लोगों ने किया अभ्यास

- शाम को विद्यार्थी संस्कार एवं चरित्र निर्माण शिविर का होगा आयोजन

भीलवाड़ा  योग ऋषि स्वामी रामदेव ने कहा कि मैं सबको निरोगी बना कर रहूंगा और जनचेतना, आत्म चेतना, दिव्य चेतना का मैं प्रचार करूंगा। दुराचार, निराशा को मैं समाप्त करने में लगा हुआ हूं। जानवर भी बच्चे पैदा करते हैं लेकिन जो मां बच्चे पैदा करके उन्हें संस्कारित करती है वह मां भगवान समान होती है। हमें पुरुषार्थ करना पड़ेगा तभी जीवन सफल होगा। जिंदा रहते हुए भी मुर्दा बने रहना ऐसे लोग क्या बदलाव करेंगे। अपने कर्म को प्रधान रखें। पुरुषार्थ ही जीवन तारेगा। त्याग, तपस्या हमारे जीवन में बनी रहनी चाहिए। स्वामी विवेकानंद, शिवाजी, महाराणा प्रताप आदि के कार्यों को मैं आगे बढ़ाने में लगा हुआ हूं। मैं सभी को कहता हूं कि योग करें। आजकल राजनेता योग कर रहे हैं क्योंकि उनका राजयोग ठीक हो। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और अन्य राजनेता है जो योग में लगे हुए है। योग ऋषि स्वामी रामदेव भीलवाड़ा में 27 से 29 मई तक प्रतिदिन प्रातः 5:00 से 7:30 बजे तक  भारत स्वाभिमान ट्रस्ट, पतंजलि योग समिति, युवा भारत, महिला पतंजलि योग समिति, पतंजलि किसान सेवा समिति के संयोजन एवं भारत विकास परिषद, हार्टफुलनेस, जीतो, जनहित योग एवं स्वास्थ्य प्रचार समिति के आयोजन में  त्रिदिवसीय योग चिकित्सा एवं ध्यान शिविर के शनिवार सुबह शुभारंभ पर मुख्य डाकघर के सामने स्थित शांति भवन में हजारों लोगों को योग प्राणायाम का अभ्यास कराते हुए संबोधित कर रहे थे। भीलवाड़ा के इतिहास में पहली बार ढाई घंटे तक योग, प्राणायाम के साथ-साथ सत्संग, सात्विक व आध्यात्मिक बाते उनके द्वारा बताई गई। उन्होंने रामायण की चौपाइयों का सामूहिक गान व भजन कीर्तन भी कराया। साथ ही जानलेवा बीमारियों के निवारण के लिए उपयोगी दवाओं के बारे में बताया। बिना सत्संग विवेक न होई इस पर भी उन्होंने प्रकाश डाला। उनके साथ स्वामी परमार्थ देव ने पूरे विधि विधान से यज्ञ करवाया। हवन के बीच आसन, प्राणायाम व ध्यान का हजारों लोगों ने अभ्यास किया। योग शिविर में बाहर से भी लोगों को बसों के माध्यम से लाकर कार्यक्रम को भव्य बनाने में कैलाश हेड़ा मदन मोहन भाई आदि जुटे हुए हैं। शिविर मीडिया प्रभारी लोकेश सोनी ने बताया कि शांति भवन में हुए कार्यक्रम में शनिवार सुबह सांसद सुभाष बहेड़िया, अतिरिक्त जिला कलेक्टर शहर ब्रह्माराम चौधरी, सीओ सिटी नरेंद्र दायमा भी मौजूद रहे। व्यवस्थाओं में बंशीलाल सोडाणी, सुशील डांगी, सुनील जागेटिया, भूपेंद्र मोगरा, बनवारीलाल मुरारका, गोविंद प्रसाद सोडाणी, राजेंद्र सुराणा, रजनीकांत आचार्य,कैलाश डाड, दिलीप तिवारी, भीमाराम, करनीराम, समंदर सिंह आदि का पूरा सहयोग रहा। 

जीवन भर तंग करने वाली बीमारियां योग से कर रहे दूर

 योग ऋषि स्वामी रामदेव द्वारा बताया जा रहा है  कि योग से जीवन किस तरह रूपांतरित हो जाता है। शारीरिक एवं मानसिक रोगों का जड़ मूल से निवारण हो जाता है। ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, हृदय रोग, गैस, कब्ज, मोटापा, सिर दर्द, जोड़ों का दर्द, कमर दर्द, इत्यादि से पीड़ित रोगियों  के लिए योग अति लाभकारी है। इस योग विद्या की निशुल्क दीक्षा वह दिला रहे हैं। 

आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति से मिल रहा उपचार

योग के साथ-साथ शिविर स्थल पर तीनों दिन पतंजलि वैलनेस के अनुभवी वैद्यों द्वारा भारतीय आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति से निशुल्क परामर्श एवं उपचार प्रातः 9:00 से शाम 5:00 बजे तक प्रदान किया जा रहा है। प्राकृतिक चिकित्सा के साथ-साथ घरेलू उपचार के नुस्खे भी बताए जा रहे हैं। 

शाम को होगा विद्यार्थी संस्कार एवं चरित्र निर्माण शिविर

शिविर मीडिया समिति के निलेश कांठेड़ एवं कैलाश सोनी ने बताया कि शिविर के पहले दिन 27 मई शनिवार को सांय 5 से रात्रि 8:00 बजे तक विद्यार्थी संस्कार एवं चरित्र निर्माण शिविर का आयोजन भी होगा। इसमें ऐसे सभी माता-पिता जो अपने बच्चों के उज्जवल भविष्य, निरोगी एवं संस्कारवान बनाने उनकी स्मृति व एकाग्रता बढ़ाने के लिए संकल्पित हैं उन सभी बच्चों को परम पूज्य स्वामी रामदेव महाराज के द्वारा योगासन, प्राणायाम, खानपान पर विशेष मार्गदर्शन दिया जाएगा।


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