महाराणा अमर सिंह प्रथम की ४६४वीं जयन्ती मनाई

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Published on : 29 Mar, 23 04:03

महाराणा अमर सिंह प्रथम की ४६४वीं जयन्ती मनाई

उदयपुर । मेवाड के ५५वें एकलिंग दीवान महाराणा अमरसिंह जी प्रथम की ४६४वीं जयंती महाराणा मेवाड चेरिटेबल फाउण्डेशन, उदयपुर की ओर से मनाई गई। सिटी पेलेस म्यूजियम स्थित राय आंगन में मंत्रोच्चारण के साथ उनके चित्र पर माल्यार्पण व पूजा-अर्चना कर दीप प्रज्जवलित किया गया।
महाराणा मेवाड चेरिटेबल फाउण्डेशन, उदयपुर के प्रशासनिक अधिकारी भूपेन्द्र सिंह आउवा ने बताया कि महाराणा अमरसिंह प्रथम का जन्म चैत्र शुक्ल सप्तमी, विक्रम संवत १६१६ (वर्ष १५५९ ई.) को हुआ था। और उनका राज्याभिषेक वि.सं. १६५३ माघ शुक्ल एकादशी (वर्ष १५९७) को चावण्ड में हुआ था महाराणा बाल्यावस्था से ही अपने पिता महाराणा प्रताप के साथ रहकर मेवाड की पहाडयों, घाटियों एवं पहाडी मार्गों से खूब परिचत हो गये थे, इसी कारण महाराणा ने अनेक पहाडी लडाइयां लडी। सलीम ने मेवाड पर दो बार चढाई की परन्तु उसे कोई सफलता नहीं मिली। महाराणा अपनी स्वतंत्रता की रक्षा के लिये मुगलों से बहुधा लडते रहे और उनकी अधीनता कभी स्वीकार नहीं की। 
कर्नल टॉड ने महाराणा अमर सिंह को महाराणा प्रताप और मेवाड कुल का सुयोग्य वंशधर बताया। महाराणा बलिष्ठ और पराक्रमी थे। वह उनके सद्गुणों के कारण अपने सरदारों और प्रजा में बहुत ही न्याय प्रिय थे। उनका व्यक्तित्व सभी के साथ मिलनसार था।
 


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