रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने कश्मीर घाटी में चेनाब ब्रिज तथा सुरंगों का ट्रॉली से निरीक्षण किया

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Published on : 27 Mar, 23 07:03

कश्मीर घाटी शीघ्र भारतीय रेल नेटवर्क से जुड़ेगी

रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने कश्मीर घाटी में चेनाब ब्रिज तथा सुरंगों का ट्रॉली से निरीक्षण किया

श्रीगंगानगर । रेलमंत्री श्री अश्विनी वैष्णव का रविवार को दुनिया के सबसे ऊंचे चेनाब ब्रिज के प्रगतिशील कार्यों का जायजा लेने के लिए कश्मीर घाटी में आगमन हुआ। इस अवसर पर उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक श्री आशुतोष गंगल, एमडीके आर सी एल, श्री संजय गुप्ता, सीएओ/सीए यू एस बी आर एल श्री एस.पी. माही, मण्डल रेल प्रबन्धक फिरोजपुर डॉ. सीमा शर्मा सहित उत्तर रेलवे तथा प्रोजेक्ट से संबधित अन्य अधिकारियों ने मंत्रो का चेनाब आगमन पर उनका स्वागत किया। यूएसबीआरएल के अधिकारियों ने मंत्री को परियोजना के  बारे में विस्तृत जानकारी से अवगत कराया।
 रेल मंत्री ने ट्राली द्वारा चेनाब ब्रिज तथा सुंरगो के प्रगतिशील कार्यों का जायजा लिया, तत्पश्चात शेष बचे कार्य को समय सीमा के अंतर्गत यथाशीघ्र पूरा करने के निर्देश दिये सश्री वैष्णव ने विभिन्न चुनौतियों तथा विषम परिस्थितियों के बावजूद प्रोजेक्ट का कार्य पूरा करने के लिए इसमें शामिल सभी रेल कर्मियों की सराहना की तथा शेष कार्य को पूरा करने के लिए अपने समस्त प्रयास लगाने की लिए उनका मनोबल बढाया।
इस अवसर पर रेलमंत्री जी ने विश्व के सबसे ऊँचे पुल से सभी जोनल मुख्यालयों के प्रमुख मेट्रो शहरों से कनेक्ट होकर समस्त देश में बाधारहित संचार का उदाहरण प्रस्तुत किया। इस बाधारहित संचार के आडियो तथा वीडियो कनेक्टिविटी को जियो के 300 एमबी पीएस इंटरनेट बैंडबिथ, एमरटेल के 100 एम बी पीएस इंटरनेट नेटवर्क, बीएसएनएल के 100 एमबीपीएस के साथ-साथ साल के ओएफसी केवल के द्वारा अंजाम दिया गया।
 इस अवसर एकत्रित मीडियो प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए श्री वैष्णव ने कहा कि.जनवरी व फरवरी 2024 तक यूएसबीआरएल प्रोजेक्ट पूरा होगा। वर्ष 2022-23 में इसके लिए रूपये 6000 करोड अवंटित किए गए हैं, जबकि 2014 से पहले इसका आवंटन  प्रतिवर्ष 800 करोड़ रुपये था। उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला प्रोजेक्ट पूरा होने पर विशेष रूप से निर्मित वन्दे भारत रेलगाडी चलाई जायेगी जम्मू में इंजीनियरो के विशेष ट्रेनिंग एकाडमी बनाई  जायेगी, कश्मीर घाटी शीघ्र ही भारतीय रेल नेटवर्क से जुड़ेगी। देश के तीव्र विकास का सतत प्रयास किया जा रहा है।


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