सेवा और संस्कार से ही सफलता के मार्ग खुलते हैं

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Published on : 27 Mar, 23 06:03

एसडीपी, मनीष ने फिर दोहराया जीवनदाता का क़िरदार

सेवा और संस्कार से ही सफलता के मार्ग खुलते हैं

कोटा । जरूरतमंद को लंबे समय से एसडीपी व रक्तदान उपलब्ध करा रहे समाजसेवी मनीष माहेश्वरी ने एक बार फिर एक जरूरतमंद महिला को एसडीपी डोनेट की है।  टीम जीवनदाता के संयोजक व लायंस क्लब के रीजन चेयरमैन भुवनेश गुप्ता ने बताया कि मनीष माहेश्वरी ने इस बार 45वीं बार एसडीपी डोनेट की है, जबकि वह 27 बार रक्तदान कर चुके हैं। मनीष माहेश्वरी का कहना है जब कॉल आया तब आने की स्थिति नही थी किंतु माता पिता के संस्कारो ने सब कुछ छोड़कर इस सेवाकार्ये को प्राथमिकता देने की सीख दी है। कि जीवन में सदा ही सेवा और संस्कार के भाव मन में होने चाहिए। परिवार में जब यह भाव होते हैं तो एक आत्मिक शांति का अहसास होता है। उन्होंने कहा कि उनके परिवार में सेवा और संस्कार के भाव शुरू से ही रहे हैं, ऐसे में वह अब अपने बच्चों को भी रक्तदान और एसडीपी के लिए प्रेरित करते हैं, जैसे ही बच्चे 18 वर्ष पूर्ण कर लेंगे वह बच्चों के साथ भी रक्तदान और एसडीपी डोनेट करेंग। भुवनेश गुप्ता ने बताया कि नवरात्रों का समय चल रहा है और ऐसे में एसडीपी और रक्तदान करना एक ईश्वरीय कार्य से कम नहीं है। किसी की जान बचाने से बड़ा पुण्य का काम दूसरा हो ही नहीं सकता। सेवा और संस्कार से ही सफलता का मार्ग प्रश्स्त होता है। गुप्ता ने कहा कि गर्मी का मौसम आ चुका है और रक्त की कमी महसूस की जाने लगी है, ऐसे में आमजन को आगे चलकर रक्तदान करना चाहिए ताकि किसी अनजान की जान बचाई जा सके।


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