केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने रविवार को कहा कि ऊर्जा रूपांतरण पर बातचीत का दायरा बढ़ाये जाने की जरूरत है और उन्होंने ऊर्जा सुरक्षा और उस तक पहुंच जैसी चुनौतियों के संबंध में विचार-विमर्श पर जोर दिया।उन्होंने यहां भारत की अध्यक्षता में जी-20 देशों के ऊर्जा अंतरण कार्यंसमूह (ईंटीडब्ल्यूजी- 1) की पहली बैठक के इतर पत्रकारों से कहा, यह आज सबसे महत्वपूर्ण पहलू है, क्योंकि आप ऊर्जा के बिना विकास नहीं कर सकते। विकास का मतलब ऊर्जा है। उन्होंने कहा कि जलवायु संकट है और दुनिया को यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि ग्लोबल वार्मिग को दो डिग्री सेंटीग्रेड से कम करने के लिए उत्सर्जन को कम किया जाए और इस लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। उन्होंने सम्मेलन में कहा कि प्रौदृाोगिकी, वित्त, आपूर्ति श्रृंखला जैसी ऊर्जा रूपांतरण के लिए विभिन्न चुनौतियों पर ध्यान दिया जाएगा, क्योंकि ये महत्वपूर्ण हैं।