कोटा । केन्द्रीय रेल, संचार और इलेक्ट्रानिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री, अश्विनी वैष्णव ने 03 फरवरी 2023 को रेल मंत्रालय से रेल बजट 2023-24 को लेकर वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सभी जोनल रेलवे को स्टेट वाइज आवंटन खर्च एवं प्राप्तियों का विवरण प्रदान किया गया। कॉन्फ्रेंस के दौरान रेलमंत्री जी ने राजस्थान राज्य को बजट 2023-24 में 9,532 करोड़ आवंटन के बारे में जानकारी दी । इस बजट आवंटन से राजस्थान राज्य में रेल की विभिन्न परियोजनाओं एवं अधोसंरचनात्मक कार्यों के साथ-साथ रेलवे के आधुनिकीकरण को गति मिलेगी।
वैष्णव ने बताया कि रेलवे ने यह कार्ययोजना बनाई है कि अभी प्रतिवर्ष 4500 किलोमीटर नई रेल लाइन, आमान परिवर्तन व दोहरीकरण का कार्य किया जा रहा है जिसे बढ़ाकर 7000 किलोमीटर प्रतिवर्ष किया जायेगा। रेलवे लाइनों के दोनों ओर बसे गांवों व शहरों को जोड़ने के लिये इस वर्ष 1000 फ्लाईओवर/फुट ओवर ब्रिज/सब-वे का निमार्ण किया जायेगा तथा इन्हें इस प्रकार डिजायन किया जायेगा कि इनमें बारिश के दिनों में पानी नहीं भरें। इसके अतिरिक्त फ्लाईओवर के साथ फुट ओवर ब्रिज का निर्माण भी किया जायेगा जिससे आमजन को लम्बा चक्कर नहीं लगाना पडे। स्टेशनों के विकास पर बात करते हुये कहा कि देश भर में 1275 स्टेशनों को विकसित करने की कार्ययोजना बनाई गई है। तथा 48 स्टेशनों पर पुनर्विकास का कार्य प्रारम्भ हो गया है। इन स्टेशनों की डिजायन विरासत और विकास को ध्यान में रखकर किया जायेगा। स्टेशनों पर दिन-प्रतिदिन की आवश्यकताओं की वस्तुओं को ध्यान में रखते हुये 2000 स्टेशनों पर जन सुविधा केन्द्र खोले जायेगे। अश्विनी वैष्णव ने एक स्टेशन-एक उत्पाद और कम दूरी के लिये वन्दे मेट्रो ट्रेनों तथा हाइड्रोजन ट्रेन के बारे में भी जानकारी प्रदान की।
कोटा रेल मंडल के डीआरएम मनीष तिवारी ने मंडल में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पत्रकारों से रूबरू हुए। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपर मंडल रेल प्रबंधक श्री मनोज कुमार जैन, अपर मंडल रेल प्रबंधक श्री आर.आर.के.सिंह, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक एवं समस्त शाखा अधिकारी सहित प्रिन्ट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया के प्रतिनिधिगण भी उपस्थित रहे।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीआरएम, कोटा द्वारा पश्चिम मध्य रेल के बजट 2023-24 (पमरे पिंक बुक की हाईलाइट्स) के मुख्य बिंदुओं से मीडिया प्रतिनिधियों को अवगत कराते हुए मुख्य बिन्दुओं पर प्रकाश डाला।
नई लाइनों का निर्माण - रुपये 2014 करोड़।
दोहरीकरण/तिहरीकरण - रुपये 1521.30 करोड़।
ट्रैफिक फेसीलिटिस - रुपये 114.71 करोड़।
रोड सेफ्टी वर्क (लेवल क्राॅसिंग) - रुपये 18.74 करोड़।
नई लाइन एवं दोहरीकरण/तिहरीकरण परियोजनाः-*
रामगंजमंडी-भोपाल नई लाइन (262 किमी) के लिए - रुपये 800 करोड़ है।