गांधी के विचार ही देश को जोड़े रखने में सक्षम: पूर्व केन्द्रीय मंत्री व्यास

( 2215 बार पढ़ी गयी)
Published on : 17 Jan, 23 06:01

गांधी के विचार ही देश को जोड़े रखने में सक्षम: पूर्व केन्द्रीय मंत्री व्यास

उदयपुर । शांति एवं अहिंसा विभाग द्वारा उदयपुर में दो दिवसीय जिला स्तरीय गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ सोमवार को हुआ। प्रातः अहिंसा यात्रा के पश्चात नगर निगम के सुखाडि़या रंगमंच में उद्घाटन सत्र और प्रशिक्षण सत्र का आयोजन हुआ जहां गांधी विचारकों ने वक्तव्य दिए। इसके पश्चात सायं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ प्रथम दिवस के कार्यक्रमों का समापन हुआ। मंगलवार को सुबह 9ः30 बजे सर्वधर्म प्रार्थना सभा, 11 बजे हार्टफुलनेस मेडिटेशन तथा प्रशिक्षण सत्र एवं सायं 4 बजे समापन सत्र का आयोजन किया जाएगा।
अहिंसा यात्रा में जुटे स्थानीय जन:
अहिंसा यात्रा को सुबह पूर्व सांसद रघुवीर मीणा ने गाँधी मैदान से शहीद स्मारक नगर निगम तक झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली का समापन शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करके किया गया। अहिंसा यात्रा के दौरान लोगों ने महात्मा गांधी अमर रहे के नारे लगाए और साथ ही गांधी के विचारों पर चलने का संदेश दिया। इस दौरान गांधी दर्शन समिति के संयोजक पंकज कुमार शर्मा, सुधीर जोशी, फिरोज अहमद शेख, जिला परिषद एसीईओ विनय पाठक सहित बड़ी संख्या में प्रबुद्धजनों ने हिस्सा लेकर अहिंसा मार्च को सफल बनाया।
उद्घाटन सत्र में विचारकों ने गांधी मार्ग पर चलने का दिया संदेश
नगर निगम के सुखाडि़या रंगमंच पर 11 बजे उद्घाटन सत्र का आयोजन हुआ। पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास ने अपने वक्तव्य में कहा कि हेट स्पीच पर रोक लगना जरूरी है एवं इसके लिए सुप्रीम कोर्ट भी निर्देश दे चुकी है। उन्होंने कहा कि देश में गंगा जमनी संस्कृति है और सर्व धर्म समभाव को लेकर लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आज के इस दौर में गांधी के विचार बेहद सामयिक हो गए हैं, नई पीढ़ी को गांधी के बताए मार्ग पर चलने की जरूरत है। पूर्व केन्द्रीय मंत्री व्यास ने कहा कि गांधी आज के समय भी उतने ही प्रासंगिक हैं जितने कि आजादी से पहले थे।
अहिंसा के मार्ग पर चलना वीरों का काम: प्रोफेसर राय
देश के सुप्रसिद्ध गांधी विचारक प्रोसेफर सतीश राय कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे। उन्होंने गांधी के समूचे जीवन पर प्रकाश डाला और उनके जीवन की विभिन्न घटनाओं को उल्लेखित करते हुए उससे प्रेरणा लेने की बात कही। प्रोफेसर राय ने चंपारण सत्याग्रह, अफ्रीका में गांधी को रेल से उतारे जाने की घटना और उस घटना से उनके जीवन में आए परिवर्तन, असहयोग आंदोलन, गांधी और नेहरू की प्रथम मुलाकात, बतख मिया का किस्सा, भारत छोड़ो आंदोलन के हिस्से आदि पर विस्तार से प्रकाश डाला और उन घटनाओं को लेकर अपने विचार व्यक्त किए। राय ने कहा कि गांधी ने देश में पहली बार कश्मीर से कन्याकुमारी तक और अटक से कटक तक राजनीतिक जागरण किया।
गांधी दर्शन का मार्ग सर्वश्रेष्ठ: श्रीमाली
कार्यक्रम में पहुंचे श्रम सलाहकार बोर्ड के उपाध्यक्ष जगदीश श्रीमाली ने श्रमिकों और किसानों की सामूहिक शक्ति पर प्रकाश डाला और देश के परिप्रेक्ष्य में इनके महत्व को बताया। पूर्व खेल मंत्री मांगीलाल गरासिया ने कहा कि कई ताकतें आज देश को खंडित करना चाहती है और गांधी के विचार ही देश को जोड़े रख सकते हैं। ऐसे ही वरिष्ठ समाजसेवी गोपाल शर्मा ने कहा कि आज की पीढ़ी को गांधी दर्शन को समझने और उनके बताए मार्ग पर चलने की जरूरत है। पूर्व विधायक त्रिलोक पुर्बिया ने कहा कि महात्मा गांधी का दर्शन हमें जीवन के हर क्षेत्र में बेहतर बनाता है और उनका बताया हुआ अहिंसा का मार्ग ही जीवन जीने का सर्वश्रेष्ठ मार्ग है जिसे आज पूरी दुनिया अपना रही है।
विचारकों ने दिया गांधी दर्शन अपनाने का संदेश:
जिला स्तरीय गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर में गांधीवादी विचारक प्रोफेसर पी. आर. व्यास, भूपेंद्र जैन, दिनेश श्रीमाली ने भी गांधी दर्शन पर आधारित विचार व्यक्त किए। महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के संयोजक पंकज कुमार शर्मा, सह संयोजक सुधीर जोशी ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम दौरान समाजसेवी नवल सिंह चुण्डावत, पूरण मेनारिया, सत्यनारायण मंगरोरा, फिरोज अहमद शेख, सुधीर जोशी, विनोद जैन, शंकर चंदेल, शांता पिं्रस, दीपक व्यास, रियाज हुसैन, अजय सिंह, नजमा मेवा फरोश, सोमेश्वर मीणा, मोहम्मद अयूब, रविंद्र पाल सिंह कप्पू, जे पी निमावत, नेहा कुमावत, बाबूलाल जैन, संजय मन्दवानी, महेश त्रिपाठी, गोपाल राय नगर, अशोक तम्बोली, डॉ. संदीप गर्ग, भगवान सोनी, बंशीलाल पालीवाल, गिरिराज मीणा सहित कई गणमान्य उपस्थित थे।


साभार :


© CopyRight Pressnote.in | A Avid Web Solutions Venture.