राजस्थानी सुरों से सजी सारंगी, भारत, पुर्तगाल और जिम्बाब्वे के सुर संगम के नाम रही शाम

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Published on : 18 Dec, 22 04:12

वेदांता उदयपुर वल्र्ड म्यूजिक फेस्टिवल के दूसरे दिन रघु दीक्षित के कन्नड़ और हिंदी सुरों पर थिरका हर वर्ग

राजस्थानी सुरों से सजी सारंगी, भारत, पुर्तगाल और जिम्बाब्वे के सुर संगम के नाम रही शाम

उदयपुर। विश्व संगीत की जानी-मानी हस्तियों ने वेदांता उदयपुर वल्र्ड म्यूजिक फेस्टिवल के दूसरे दिन शाम को गांधी ग्राउण्ड के सजीले मंच पर ऐसी जुगलबंदी साधी कि संगीत रसिक आम और खास बार-बार सुर समंदर में डूबते-तैरते रहे। सारंगी वाद्य यंत्र पर राजस्थानी सुरों को जब सरदार खान, भावरू खान, सादिक खान, इदु खान, हबीब खान और सिकंदर खान ने अपनी धुनों को बिखेरा तो कार्यक्रम का आगाज ही दर्शकों के दिलो को संगीत से सराबोर करते हुए रूह तक उतर गया। इस कार्यक्रम की परिकल्पना सहर के संस्थापक निदेशक संजीव भार्गव द्वारा निर्देशित है।



 भारतीय लोक और फिल्मी पॉप से प्रसिद्ध रघु दीक्षित ने जब अपने सुरों को बुलंद किया तो समृद्ध भारतीय सांस्कृतिक विरासत जीवंत हो उठा। उन्होंने अपने प्रसिद्ध कन्नड़ गीत लोक द कालची मारूती नंती के जरिये दर्शकों से सीधा संवाद किया तो वृद्ध, युवा सहित हर वर्ग के श्रोता ने उसे साथ गुनगुनाया और झूम उठा। उन्होंने अपने गीत लव यू चिन्ना पर युवाओं को झूमनें और अपने मोबाइल में कैद करने पर मजबूर कर दिया। खोया है राही यहां रास्ता भी है खोया जाग बंदे, टे्रन सोंग मैसूर आई वो अंखियों से तीर मार गई, जीवन जीवन दरिया दरिया एक जो पार करो दूसरा दरिया मिले से हर संगीतप्रेमी का दिल जाग उठा।  
पुर्तगाल के लैटिन अरबन बैंड के संगीत को सेंजा ग्रुप ने जब मिलकर तरानों की मीठी महक कानों में घोल दी। आकर्षक ब्रशस्ट्रोक और नृत्य करने योग्य लय के साथ दर्शकों के साथ एक अभिनव संवाद साझा किया।
ब्लेसिंग ब्लेड चीमागा एंड ड्रीम्स ने एफ्रो ग्रूव्स और जेज एंड सोल को गिटार के नए पीस नोट्स प्रस्तुत किया तो दर्शकों ने बार-बार तालियां से उनका स्वागत किया। आई वांट टू लीव ए गुड लाइफ और आई केन नोट लिव अलोन की नृत्य के साथ आकर्षक बंदिश को संगीत प्रेमियों ने जमकर झूमकर साथ दिया। एफ्रो ग्रूव्स, जैज एंड सोल म्यूजिक के साथ जिम्बाब्वे की संगीत शैली को एक अद्वितीय और शुद्ध अफ्रीकी ध्वनि के साथ ब्लेसिंग चिमंगा के पुण्य मारिम्बा वादन, करिश्माई लीड वोकल्स और ऊर्जा से लबरेज प्रस्तुती दी। प्रस्तुती का सुनहरा आकर्षण जिम्बाब्वे के पारंपरिक वाद्ययंत्रों की जुगलबंदी थी जिसमें मंच पर 3 मारिंबास का पूरा सेट शामिल था।  उनके संगीत के बोल अंग्रेजी और जिम्बाब्वे की मूल भाषा में प्रस्तुत किये गये।
स्पेन के स्पेनिश पॉप हबला दे मी एन प्रेजेंटे ने अंतर्राष्ट्रीय रूंबा संगीत बैंड की प्रस्तुति और फा कैलोर के साथ कार्यक्रम की अन्य प्रस्तुतियों का श्रोताओं ने खूब साथ दिया।
आज आयेंगे फरहान अख्तर :
संगीत समारोह के अंतिम दिन रविवार को ऑस्ट्रेलिया की श्रीजनी घोष, अनुष्का मास्की, अभिनेता-गायिका-गीतकार संजीता भट्टाचार्य, आभा हंजूरा, नवीन कुमार फीट वेदांग, भारत के प्रमुख सोलो पक्र्यूसिव एकॉस्टिक गिटारिस्ट ध्रूव विश्वनाथ, की प्रस्तुति देखने को मिलेगी। फ्रांस से इलेक्ट्रिक पक्र्यूशन ऑर्केस्ट्रा, पुर्तगाल से अलबलुना और फरहान अख्तर भी प्रस्तुति करेंगे।


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