नईं दिल्ली | अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों के संघ के महासंघ फिका ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा है कि क्रिकेट पारिस्थितिकी तंत्र में बड़ा बदलाव हो रहा है और भारत को छोड़कर बड़ी संख्या में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर अपने देश का केंद्रीय अनुबंध ठुकराकर दुनिया भर की टी20 लीग में खेलने के लिए फ्रीलांस एजेंट (जो राष्ट्रीय टीम से अनुबंधित नहीं होते और कहीं भी खेल सकते हैं) बन रहे हैं।
भारत की खिलाड़ी संस्था फिका के दायरे में नहीं आती इसलिए इस सर्वेश्रण में भारतीय क्रिकेटर शामिल नहीं हैं। नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, अगर घरेलू लीग में खेलने के लिए अधिक राशि मिलती है तो 49 प्रतिशत खिलाड़ी केंद्रीय अनुबंध ठुकराने पर विचार कर सकते हैं।
तरह की बहस चल रही है कि 50 ओवर का क्रिकेट तेजी से अपना संदर्भ खो रहा है और इस सर्वेक्षण से सुझाव मिलता है कि ऐसे क्रिकेटरों के प्रतिशत में गिरावट आईं है जिन्हें अब भी लगता है कि एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय वि कप अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के कैलेंडर की सबसे महत्वपूर्ण प्रतियोगिता है।