आलोक संस्थान के पंचवटी स्थित शाखा आलोक माध्यमिक विद्यालय में आज “कन्या वन्दन” व कन्या रत्न सम्मान कार्यक्रम संस्कार सभागार मैं वैदिक रीति-नीति के अनुसार हवन कर आयोजित किया गया।
इस अवसर पर अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुये संस्थान के निदेशक व आयोजन स्त्रोत डॉ. प्रदीप कुमावत ने कहा कि महिला सषक्तीकरण की दिषा में यह महत्वपूर्ण कदम है, लेकिन कन्या पूजन की बजाय कन्या सषक्तीकरण की दिषा में सबसे पहले पहल घर से करने पर बल दिया। नारी सषक्तीकरण के लिये महिलाओं को घरों में अधिकार, स्वतंत्रता व सम्मान देना होगा। उन्होंने आलोक संस्थान में इस इस प्रकार के कार्यक्रम के माध्यम से सर्वप्रथम नारी सशक्तिकरण का संदेश दिया जिससे छात्रों में यह भाव भारतीय संस्कृति के समावेश के साथ सहजता से विकसित हो। उन्होंने कहा कि समाज के हर वर्ग को इस प्रकार की गतिविधियों का आयोजन करना होगा।
अतिथियों में अध्यक्षता निदेशक डॉ प्रदीप कुमावत ने की, विशिष्ठ अतिथि श्रीमती कांता भाभीजी, संरक्षक श्रीमती पुष्पा टाक दीदी, एकेडेमिक कॉउंस्लर प्रतीक सर, सेवा भारती के गोपाल कनेरिया, एमजीएम कंप्यूटर सेंटर के चेतन प्रकाश शाकद्वीपीय- शिल्पा शाकद्वीपीय, तिरुपति इम्पैक्ट व मार्बल के सोहन जी पटेल सपत्निक, प्राचार्य नारायण चौबीसा उपस्थित रहे।
संयोजक व प्राचार्य नारायण चौबीसा ने अतिथि परिचय स्वागत कराते हुए बताया कि कार्यक्रम में भव्य चार हवन वेदियाँ बनाई तथा अधिकाधिक छात्रों से हवन करा व सभी कन्याओं का पूजन कराया गया जिससे छात्रों में भारतीय संस्कृति व संस्कार निर्माण के साथ भारतीय संस्कृति से रूबरू होने का अवसर मिला।
इस अवसर पर 101 कन्याओं का छात्रों ने वैदिक रीति से विधि विधान पूर्वक वन्दन किया गया। कन्याओं का पूजन कर, उपहार भेंट कर, सम्मान व्यक्त किया गया।
साथ ही इस अवसर पर समाज में विभिन्न गौरवपूर्ण पदों पर स्थापित नो कन्याओं को कन्या रत्न अवार्ड से नवाजा गया। अंत मे आरती से कार्यक्रम का समापन हुआ।
इन्हें मिला
कन्या रत्न सम्मान:
डॉ. नेहा बडाला, डॉ सोनल राठौड़, किरण चंदेरिया,सीए निधि जेठी, कृति शर्मा , दिव्या कुमावत, पूजा जेठी नेहा पालीवाल।
कार्यक्रम का संचालन अल्पना पुरोहित व रिया गुप्ता द्वारा किया गया। आभार स्टाफ सेक्रेटी सुशीला आमेटा ने दिया।