न्याय पाने का हर व्यक्ति को अधिकार - एडीजे कुलदीप शर्मा

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Published on : 22 Sep, 22 02:09

एलएलबी विद्यार्थियों का दीक्षारंभ समारोह

न्याय पाने का हर व्यक्ति को अधिकार - एडीजे कुलदीप शर्मा


किताबी ज्ञान के साथ व्यवहारिक ज्ञान आवश्यक - प्रो. सारंगदेवोत
 
उदयपुर  भारत के संविधान में संकल्पना की गई कि कोई भी व्यक्ति अपनी गरीबी के कारण या अज्ञान के कारण न्याय से वंचित नहीं रहे, गरीब हो या अमीर, हर व्यक्ति को न्याय पाने का अधिकार है। न्याय के क्षेत्र में अनेक चुनौतियॉ आयेगी लेकिन आप अपनी बात पर अडिग रहे और इस बात का अवश्य ही ध्यान रखे की अपनी किसी पैरवी से किसी बेगुनाह को सजा न हो जाए। जितने भी महापुरूष हुए है, उनमें 70 प्रतिशत वकालात के पेशे से जुडे हुए थे। आज भी हमारे देश में अधिकांश राजनेता इसी पेशे से जुडे हुए है। उक्त विचार बुधवार को राजस्था विद्यापीठ के संघटक विधि महाविद्यालय की ओर से एलएलबी विद्यार्थियों के लिए आयोजित दीक्षारंभ समारोह में एडीजे कुलदीप शर्मा ने बतौर मुख्य वक्ता कही। उन्होने कहा कि आईटी युग में  आज अपराध के तरीके बदल गए है, वर्तमान में सबसे अधिक केस साईबर क्राईम के आ रहे है, जिससे कुछ ही पलों में  व्यक्ति के खाते से पैसा ट्रांसफर हो जाता है। उन्होने विद्यार्थियों का आव्हान किया कि फेसबुक, वाट्सएप का उपयोग बडे ही सोच समझ कर करे। व्यक्ति को सस्ती दरांे पर सामग्री का लालच देकर राशि हडप ली जाती है इसलिए जिस कम्पनी का सामान ले रहे है उसे केश ऑन डिलेवरी लेवे व साथ ही देखे की उसमें रिटर्न का आप्सन है या नहीं।

अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत ने कहा कि दीक्षारंभ उद्देश्य नये विद्यार्थियों को किस प्रकार अपने कार्य क्षेत्र मे आगे बढ़ना है , महाविद्यालय की फेकल्टी, संस्थान द्वारा किये जाने वाले  कार्यो,  विश्वविद्यालय द्वारा कौन कौन से पाठ्यक्रम संचालित किए जाते है, से रूबरू कराना है। उन्होने कहा कि  किताबी ज्ञान के साथ व्यवहारिक ज्ञान को भी अपने जीवन का हिस्सा बनाए। विधि का कार्य क्षेत्र आपकी तैयारी, पूर्णता, प्रस्तुतिकरण व विनम्रता पर निर्भर करता है। विद्यार्थियों का आव्हान किया कि जब भी किसी केस की पैरवी करे तो पूरी  तैयारी के साथ। अपने नैतिकता व सिद्वांतों से कभी समझौता नहीं करें और अपनी बात पर अडिग रहेगे तभी आप जीवन में सफल हो पायेगे। दीक्षारंभ समारोह का उद्देश्य विद्यार्थी महाविद्यालय द्वार की जाने वाली गतिविधियों की जानकारी, उनके द्वारा चुने गये इस कार्य क्षेत्र में  आगे ओर क्या अवसर मिल सकते है आदि की जानकारी विषय विशेषज्ञों द्वारा इसमें दी जाती है।
प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत करते हुए प्राचार्य कला मुणेत ने इंडेक्शन प्रोग्राम की जानकारी देते हुए विधार्थियों का आव्हान किया कि इच्छा शक्ति के साथ जीवन में आगे बढेगे तो कभी असफल नहीं होगे। संचालन पूर्वा प्रजापत, तितिक्षा पालीवाल ने किया जबकि आभार सहायक कुल सचिव डॉ. धमेन्द्र राजौरा ने दिया। समारोह में डॉ. दिलीप सिंह चौहान, डॉ. बीएल श्रीमाली, डॉ.़ अनिला,  डॉ. प्रतीक जांगीड, डॉ. के.के. त्रिवेदी, डॉ. मीता चौधरी, अंजु कावड़िया, किर्ति डांगी, ऋत्वी धाकड सहित  विद्यार्थी उपस्थित थे।  


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