मैसुरू। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को यहां के ऐतिहासिक मैसुरू परिसर में हजारों लोगों के साथ योगाभ्यास किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि योग जीवन शैली से लेकर जलवायु परिवर्तन और अंतरराष्ट्रीय संघर्षों तक के बारे में जागरूकता पैदा करता है और विश्व शांति का वातावरण निर्मित करता है। योग देशों को जोड़़ता है और वह समस्याओं का समाधानकर्ता भी बन सकता है । यहां इस वर्ष आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मुख्य कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद अपने संबोधन में मोदी ने देश व दुनिया के लोगों को इस अवसर पर बधाई दी और कहा कि योग समाज‚ राष्ट्र और विश्व के साथ ही पूरे ब्रह्मांड़ में शांति लाता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि योग के बारे में यह धारणा किसी के लिए एक चरम विचार हो सकता है लेकिन भारतीय संतों ने ‘यत् पिंड़े तत्ब्रह्मांड़े' के मंत्र से इसका जवाब भी दिया है । ऋषियों‚ मुनियों और आचार्यों का हवाला देते हुए मोदी ने कहा‚ ‘पूरे ब्रह्मांड़ की शुरुआत हमारे अपने शरीर और आत्मा से होती है। ब्रह्मांड़ की शुरुआत हमसे ही होती है। योग हमारे लिए शांति लाता है। योग से शांति केवल लोगों को ही नहीं मिलती‚ योग हमारे समाज में भी शांति लाता है। योग हमारे राष्ट्रों और विश्व में शांति लाता है और योग हमारे ब्रह्मांड़ में शांति लाता है।' प्रधानमंत्री ने कहा‚ ‘जब हम अपने बारे में और अपने विश्व के बारे में जागरूक हो जाते हैं तब हम उन चीजों की खोज करते हैं जिन्हें बदलने की जरूरत होती है।