GMCH-स्टक वाल्व का बलून से उपचार कर बचाई गंभीर ह्रदय रोगी की जान

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Published on : 18 May, 22 14:05

 GMCH-स्टक वाल्व का बलून से उपचार कर बचाई गंभीर ह्रदय रोगी की जान

गीतांजली मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल में ह्रदय रोग विभाग के अथक प्रयसों से हार्ट फेलियर के कारण भर्ती हुए 40 वर्षी रोगी को स्वस्थ जीवन प्रदान किया गया| सफल इलाज करने वाली कार्डियोलॉजिस्ट्स टीम में डॉ रमेश पटेल, डॉ कपिल भार्गव, डॉ जय भारत शर्मा, डॉ रोहन ,कैथलब स्टाफ इत्यादि शामिल हैं|

क्या था मसला:


रोगी का 3 वर्षपूर्व अहमदाबाद के निजी हॉस्पिटल में वाल्व का ऑपरेशन हुआ था| रोगी ने ऑपरेशन के पश्चात् दवाई नियमित रूप से नही ली जिसके कारण उसके वाल्व में खून के थक्के (ब्लड क्लॉट) बन गए| ऐसी स्थिति में रोगी के का हार्ट फेल होने लगा और ब्लड प्रेशर भी कम हो गया|

इस नाजुक अवस्था में रोगी को गीतांजली हॉस्पिटल लाया गया| रोगी को भर्ती करते ही उसे खून को पतला करने की दवा दी लेकिन उसका रोगी की बीमारी पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा| ऐसे में पुनः वाल्व को बदलना ही एकमात्र उपाय था जोकि कम ब्लडप्रेशर होने की वजह से लगभग असंभव था|

रोगी की अवस्था काफी गंभीर हो रही थी उसे तुरंत वेंटीलेटर पर लिया गया, बहुत कम ब्लड प्रेशर और साथ में हार्ट का फेल हो जाना सभी परिस्थितियाँ काफी चुनौतीपूर्ण थी|

कार्डियोलॉजी की टीम ने ऐसे में एक आश्चर्यचकित करने वाला निर्णय लिया जिसमे वाल्व को बलून के माध्यम सेअटके हुए वाल्व को खोल दिया गया| यद्यपि ये ऑपरेशन जन्मजात संभावित सिकुड़े वाल्व के लिए करते हैं लेकिन इससे होने वाले लाभ को देखते हुए कार्डियोलॉजिस्ट्स डॉक्टर की टीम ने ये चुनौतीपूर्ण ऑपरेशन करने का फ़ैसला लिया|

डॉ रमेश पटेल ने कहा कि इसमें रिस्क बहुत था खून के थक्के दिमाग में या शरीर के किसी अन्य अंग जा सकते थे परन्तु यही एक मात्र विकल्प था जिससे रोगी की जान बचाई जा सकती थी| कार्इडियोलॉजिस्सट्स की टीम द्वारा रात में ही रोगी को कैथलैब में लेकर ऑपरेशन किया गया| ऑपरेशन के 30 मिनट पश्चात् रोगी के ब्लड प्रेशर में सुधार आने लगा और अगले 2 दिन के बाद उसका वेंटीलेटर भी हटा दिया गया| रोगी को किसी तरह की अन्य हानि नही हुई एवं रोगी अब पूरी तरह से स्वस्थ है|

डॉ रमेश पटेल ने कहा कि गीतांजली हॉस्पिटल में इस तरह की गंभीर स्तिथि में आने वाले रोगियों का कुशल डॉक्टर्स द्वारा नियमित इलाज किये जा रहे हैं|

गीतांजली मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल में पिछले सतत् 15 वर्षों से एक ही छत के नीचे सभीअत्याधुनिक सुविधाएँ हैं यहाँ मल्टीडिसिप्लिनरी अप्प्रोच के साथ टीम वर्क किया जाता है जिस कारण आने वाले रोगियों के जटिल से जटिल इलाज निरंतर रूप से किये जा रहे हैं| गीतांजली हॉस्पिटल में कार्यरत डॉक्टर्स व स्टाफ गीतांजली हॉस्पिटल में आने वाले प्रत्येक रोगी के इलाज हेतु सदेव तत्पर है|


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