मुंबईं । मुद्रास्फीति को लेकर चिंताएं बढ़ने और विदेशी निवेशकों की बिकवाली जारी रहने से घरेलू शेयर बाजारों में शुक्रवार को भी गिरावट का रख रहा।
मानक सूचकांक अंतिम क्षणों में मुनाफावसूली के दबाव में आकर लगातार छठे दिन नुकसान के साथ बंद हुए। विदेशी संस्थागत निवेशकों के बिकवाल बने रहने और अर्थव्यवस्था के वृहद आर्थिक आंकड़ों से निवेशकों के मन में आशंका हावी दिखी।
कमजोर कारोबारी धारणा का असर बाजार के प्रदर्शन पर नजर आया।बीएसईं का तीस शेयरों वाला मानक सूचकांक सेंसेक्स कारोबार के अंत में 136.69 अंक यानी 0.26 प्रतिशत गिरकर 52,793.62 अंक पर रहा। यह सेंसेक्स का 30 जुलाईं, 2021 के बाद का निम्नतम स्तर है।कारोबार के दौरान सेंसेक्स 855.4 अंक उछलकर 53,785.71 अंक तक पहुंच गया था लेकिन अंतिम घंटे में मुनाफावसूली का जोर रहने से यह नीचे गिर गया। इसी तरह एनएसईं का मानक सूचकांक निफ्टी भी 25.85 अंक यानी 0.16 प्रतिशत गिरकर 15,782.15 अंक पर आ गया। सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में से एसबीआईं सर्वाधिक 3.76 प्रतिशत के घाटे में रही। हालांकि देश के सबसे बड़े बैंक ने चौथी तिमाही में अपना एकल शुद्ध लाभ 41 प्रतिशत बढ़कर 9,114 करोड़ रपए रहने की घोषणा की लेकिन यह बाजार के अनुमानों से कम रहा। आईंसीआईंसीआईं बैंक, एनटीपीसी, भारती एयरटेल, बजाज फिनसर्व, एक्सिस बैंक और मारति सुजुकी को भी कारोबार के दौरान 2.65 प्रतिशत तक का नुकसान उठाना पड़ा।