डॉक्टर सुभाष मेहता के सेवानिवृत्ति पर भाव भीन दी गई विदाई  

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Published on : 02 May, 22 08:05

डॉक्टर सुभाष मेहता के सेवानिवृत्ति पर भाव भीन दी गई विदाई  

कोटा  ।  डॉक्टर सुभाष मेहता चिकित्सा क्षेत्र में मरीज़ों के लिए ईमानदाराना , तत्काल मदद के जज़्बे का ऐसा उदाहरण है , जो कमीशन की दवाओं , अनावश्यक जांचों , से  अलग थलग रहकर मरीज़ को तत्काल न्यूनतम ख़र्च पर  कामयाब इलाज के लिए  मशहूर  हैं। डॉक्टर सुभाष मेहता अपने इसी मुस्कराते चेहरे ,  ईमानदाराना चिकित्सा सिद्धांतों के साथ ,  भीमगंजमंडी कोटा डिस्पेंसरी के इंचार्ज वरिष्ठ चिकित्सक के पद से   सेवानिवृत्त हुए है। डॉक्टर सुभाष मेहता बेहतरीन चिकित्सा सेवा क्षेत्र के अनूठे उदाहरण हैं। मरीज़ों को हँसते हंसाते  मुस्कुराते हंसी मज़ाक़ के माहौल में देखना उनकी गंभीर बीमारी के बावजूद भी उन्हें सिर्फ ज़रूरी दवाएं लिखना अनावश्यक जांचों के बोझ  से   मरीज़ों को मुक्त रखना, ताक़त की दवाओं के नाम पर कमीशन खोरी से अलग थलग  रहकर  उन्हें देसी घी का हलवा , छाछ , दही वगेरा खाकर स्वस्थ होने की सलाह देना  इनकी खुशमिजाज़ी चिकित्सा शैली है।वोह कहते है चिकित्सक के पास मरीज़ एक विश्वास एक  भरोसे के साथ आता है। मरीज़ चिकित्सक को भगवान का स्वरूप समझता है ।ऐसे में उसे एक भक्त समझ कर ही  ईमानदारी चिकित्स्कीय समर्पण के साथ  चिकित्स्कीय सिद्धांतों के विधि नियम के तहत उन्हें तुरतं  न्यूनतम खर्च पर उन्हें स्वस्थ बनाना चिकित्सकों  परम कर्तव्य है। इसके लिए हमारी ईश्वर से प्रार्थना रहती है। के  ईश्वर हमारी दवा से मरीज़ों को स्वस्थ करने की ताक़त दे। और हमे मरीज़ों के साथ बेहतर सुलूक करे उनका तत्काल इलाज करने की ताकत दे।  डॉक्टर सुभाष  मेहता   अपने मरीज़ों की कसौटी पर सो फीसदी खरे उतरने वाले चिकित्सकों में से प्रमुख चिकित्सक हैं।उन्होंने अपने इसी सिद्धांत पर चलते  लाखों मरीज़ों का  इलाज कर उन्हें तंदरुस्ती दी है।पेट दर्द , एसिडिटी , सर दर्द , बुखार , कोई भी बिमारी हो ,, तात्कालिक  सस्ता इलाज  इनके व्यवहार में ही शामिल है ।दवा के नाम पर गिनती की गोलियां ताक़त के लिए देसी घी का हलवा , छाछ , दही , वगेरा की सलाह मरीज़ों के लिए चिकित्सा मित्र बने डॉक्टर सुभाष मेहता निश्चित तोर पर हर गरीब मरीज़ के हमदर्द रहे है। उनकी सेवानिवृत्ति के वक़्त सादगी कार्यक्रम में उन्होंने भविष्य में अपनी इसी व्यवहार कुशल  तजुर्बे  से मरीज़ों के स्वास्थ्य के प्रति ज़िम्मेदार के संकल्प के साथ  हँसते मुस्कुराते सरकारी सेवा के साथियों के शुक्रिया अदा किया और विदाई ली । डॉक्टर सुभाष मेहता यूँ तो किसी परिचय के मोहताज नहीं ।बसंत विहार में एम जे एम हॉस्पिटल के वोह प्रेरणा है।कोटा के अलावा झालावाड़ सहित कई शहरों में , डॉक्टर सुभाष महेता लोकप्रिय रहे  हैं । हर शहर में इनके प्रशंसक मौजूद मिलेंगे। डॉक्टर सुभाष मेहता राजेंद्र मेहता के सुपुत्र है और वरिष्ठ कोंग्रेसी नेता एवं राजस्थान सरकार में  खादी ग्रामोद्योग के उपाध्यक्ष भाई  पंकज मेहता के बढे भाई हैं। इनके पुत्र सॉफ्टवेयर इंजीनयर  होने के साथ साथ ऑन लाइन दवाओं की ऐप के ज़रिये लाखों मरीज़ों को सेवायें दे रहे हैं।कोरोना काल में इनकी सेवायें उपयोगी रही हैं।डॉक्टर सुभाष मेहता कोटा महात्मा गांधी स्कूल के टॉपर छात्र रहने के साथ उदयपुर एम बी बी एस में भी टॉपर रहकर समर्पित चिकित्सा सेवाओं में भी मरीज़ों की निगाह में टॉपर है। उनकी अपनी मित्र मंण्डली में वोह यारों के यार के ख़िताब के साथ  हंसों हंसाओं  ज़रूरत मंदों के मददगार रहो  के फार्मूले के लिए लोकप्रिय है। 


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