जीवोत्थान पंचांगम् एवं सांकेतिक जन्म राशि फलानुमान (पाक्षिक समेकित राशि फल सहित) 19 /01/2022 बुधवार

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Published on : 19 Jan, 22 05:01

(महर्षि यादवेन्द्र शिक्षाचार्य , Rtd RES, भाषात्रयी आशुसाहित्यकार)

जीवोत्थान पंचांगम्  एवं सांकेतिक जन्म राशि फलानुमान (पाक्षिक  समेकित राशि फल सहित) 19 /01/2022 बुधवार

दिनांके -(आँग्ल)19 /01/2022 बुधवार
राष्ट्रीय भारतीय दिनांक 29/10/1943
29पौष मास1943
सृष्टिगतसौरार्कदिनांक -
04/10
/1955885122#(# पंचांगकारानुसार वर्ष, दैनिक सूर्योदय कालीन सूर्य संक्रांति राशि - अंशतः अंकतः स्थानीय व्यवस्था)  
भारतीय पंचांग विक्रमीय दिनांक
02/11/2078 
( इसे यहाँ निम्नानुसार लिखा है - सूर्योदयी तिथि सौरतः कृष्ण पक्षतः या गताग्र /पूर्णिमांत चैत्रादि मास /विक्रम संवत्|तिथि /मास में वृद्धि) 
माघ
तिथि द्वितीया अहोरात्र
पक्ष कृष्ण
नक्षत्र आश्लेषा32:23:14*
योग प्रीति16:03:59
करण तैतिल19:31:49
माह (अमावस्यांत)पौष
माह (पूर्णिमांत)माघ
चन्द्र राशि   कर्क
सूर्य राशि  मकर
सूर्योदय07:22:58
सूर्यास्त18:11:18
दिन काल10:48:20
रात्री काल13:11:31
चंद्रोदय19:27:52
चंद्रास्त31:59:17*
सूर्योदयलग्नमकर4°47' , 
सूर्य नक्षत्र उत्तराषाढा
चन्द्र नक्षत्र आश्लेषा
आज के नामकरणाक्षर
पद, चरण1 डी आश्लेषा13:08:57
2 डू आश्लेषा19:35:10
3 डे आश्लेषा25:59:55*
मुहूर्त 
राहुकाल12:47 - 14:08अशुभ
यम घंटा08:44 - 10:05अशुभ
अभिजित्12:26 -13:09अशुभ
दूर मुहूर्त12:26 - 13:09अशुभ
गंड मूल अहोरात्र अशुभ
चोघडिया, दिन
लाभ07:23 - 08:44शुभ
अमृत08:44 - 10:05शुभ
काल10:05 - 11:26अशुभ
शुभ11:26 - 12:47शुभ
रोग12:47 - 14:08अशुभ
उद्वेग14:08 - 15:29अशुभ
चर15:29 - 16:50शुभ
लाभ16:50 - 18:11शुभ
चोघडिया, रात
उद्वेग18:11 - 19:50अशुभ
शुभ19:50 - 21:29शुभ
अमृत21:29 - 23:08शुभ
चर23:08 - 24:47*शुभ
रोग24:47* - 26:26*अशुभ
काल26:26* - 28:05*अशुभ
लाभ28:05* - 29:44*शुभ
उद्वेग29:44* - 31:23*अशुभ
(अंतिम कॉलम अंत समय है.) 
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विशेष विवेचन -     आकाशदर्शन/स्वाध्याय बोध   -उत्तर अग्नि दिशाएँ प्रभावित।  वाणिज्य जनहित योजना ।शिक्षा-तकनीकी एवं   भाषोत्थान   प्रकरण में  नव चिंतन । ग्राफिक्स   विचलन प्रभावित पर। । ##############
*अन्तिम कालम अन्त  समाप्तिकाल है।   
*समय आधी रात के बाद, लेकिन अगले दिन के सूर्योदय से पहले। तिथि - वार- नक्षत्र - योग - करण पंचांग में किसी के अशुभ प्रभाव में शुभाधिक्यता में सुयोग की तथा भद्रादि के यथा परिहार की मान्यता प्रचलित। कहीं स्थानीय यथाव्यवस्था देशाचारीय मान्यता से व्रतपर्वोत्सवोंकी व्यावहारिकता प्रचलित । जीवोत्थान स्थानीय देशान्तर - अक्षांश पर संगणित। विशेषार्थ आपके स्थलीय पंचांग दृष्टव्य। 
@जीवोत्थान जन्म राशि फलानुमान @
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जन्मराशितःआज सांकेतिक फलानुमान   
(विशेषार्थ स्वजन्म पत्रिका दृष्टव्य)   (एकन्दर राशि फल बोध 
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 कर्क मिथुन राशि वालों के लिये दिनमान के मिश्रित , मेष सिंह धन के लिए अड़चन फलद समय  तथा अन्य हेतु अपेक्षाकृत दिनमान ठीक।)
जन्म राशि - - - - - समेकित फलानुमान 
मेष    -  अवरोध 59   %
वृष. -  अनुकूलता62 %
मिथुन  मिश्रित 58 - %
कर्क.   -उलझन 58 %
सिंह. -परेशानी 67 %
कन्या.  -अनुकूल 67 %
तुला-सुधार 61 %
वृश्चिक- अच्छा 53 %
धन. - अवरोध 59 %
मकर- अच्छा 63 %
कुंभ- लाभ65 %
मीन-अनुकूलता 59 %
विशेष - दिन शुद्धि सामान्यतः अच्छी फलद  है। 
जीवोत्थान पाक्षिक जन्म राशि  समेकित फलानुमान
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(जनवरी  उत्तरार्ध भागे )
जन्म राशितः
मेष - -अनुकूलता 
वृष - - -अवरोध 
मिथुन - - - - - -परेशानी 
कर्क - - - - -  लाभ
सिंह - - - - -अच्छा 
कन्या - - - मिश्रित 
तुला - - - - अवरोध 
वृश्चिक - - -अच्छा 
धन - - - उलझन 
मकर - - - - -परेशानी 
कुंभ - - - - -  मिश्रित 
मीन - - - - - -अच्छा 
{(जीवात्मा की विचित्रता, ग्रह-प्रकृति फल भोग।
कर्मफल के सार से, जीवनचक्र - संजोग ।।
स्वात्मदेव सुसाक्षी रख, स्मरण  परब्रह्म  साथ।
   स्वशुद्धभाव  कर्मरत्  हो ,तो साथ रहे नाथ।
सम्मान प्रदान,दिया,लिया,,यथाभाग्य सब लेख। 
सुजन  निभावे पात्रता,आप्राण विधि- प्रलेख।।)} 
भारत की अद्वितीय विशेषताओं का, 
  अनवरत् दिव्यामृतपान करनाहै।
   "ब्रह्माण्डोत्थान" हेतु मानवादर्श का,
'जीवोत्थान 'सदाश्रय को अपनाना है।। 
परिवारे गृहे देशे, स्वस्त्यस्त्वद्यदिने शुभे। 
परब्रह्मप्रसादेन, सर्वानुकूलमङ्गलम्।।
विद्या- दीक्षादिसंस्कार-वृत्तिर्जीवनसाधनम्।

प्रचलिते कलौ काले,चाशीर्वादोऽपि तादृशः!।।           
ॐमहर्षि  - यादवेन्द्र जीवोत्थान उदयपुर


साभार :


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