जीवोत्थान पंचांगम्  एवं सांकेतिक जन्म राशि फलानुमान दिनांके -(आँग्ल) 28/11/2021,रविवार

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Published on : 28 Nov, 21 06:11

(महर्षि यादवेन्द्र शिक्षा शास्त्री, Rtd RES, भाषात्रयी साहित्यकार)

जीवोत्थान पंचांगम्  एवं सांकेतिक जन्म राशि फलानुमान दिनांके -(आँग्ल) 28/11/2021,रविवार

जीवोत्थान पंचांगम्  एवं सांकेतिक जन्म राशि फलानुमान (पाक्षिक  समेकित राशि फल सहित) {#यह सेवा जिन सज्जनों के लिए काम आ सके तदर्थ है।ज्योतिर्विद- सुविज्ञों के लिए आवश्यक नहीं# } 
(महर्षि यादवेन्द्र शिक्षाचार्य , Rtd RES, भाषात्रयी  आशुसाहित्यकार) 
Jeevotthan Panchangam, Sanskaritam - Evam Janm Rashi Falanuman 
दिनांके -(आँग्ल) 28/11/2021,रविवार
राष्ट्रीय भारतीय दिनांक07 /09/1943
07 मार्गशीर्ष मास1943
सृष्टिगतसौरार्कदिनांक -
11/08
/1955885122#(# पंचांगकारानुसार वर्ष, दैनिक सूर्योदय कालीन सूर्य संक्रांति राशि - अंशतः अंकतः स्थानीय व्यवस्था)  
भारतीय पंचांग विक्रमीय दिनांक
09/09/2078 
( इसे यहाँ निम्नानुसार लिखा है - सूर्योदयी तिथि सौरतः कृष्ण पक्षतः या गताग्र /पूर्णिमांत चैत्रादि मास /विक्रम संवत्|तिथि /मास में वृद्धि) 
मार्गशीर्ष
तिथि नवमी29:29:52*
पक्ष कृष्ण
नक्षत्र पूर्व फाल्गुनी22:04:31
योग विष्कुंभ29:00:44*
करण तैतिल17:50:38
करणगर29:29:52*
माह (अमावस्यांत)कार्तिक
माह (पूर्णिमांत)मार्गशीर्ष
चन्द्र राशि   सिंह 28:02:53*तक।
चन्द्र राशि   कन्या  28:02:53*से
सूर्य राशि   वृश्चिक
सूर्योदय07:02:14
सूर्यास्त17:46:18
दिन काल10:44:03
रात्री काल13:16:38
चंद्रास्त13:42:24
चंद्रोदय25:32:18*
सूर्योदयलग्न  वृश्चिक11°52'
 , 'सूर्य नक्षत्र अनुराधा
चन्द्र नक्षत्र पूर्व फाल्गुनी
आज के नामकरणाक्षर
पद, चरण2 टापूर्व फाल्गुनी09:59:08
3 टी पूर्व फाल्गुनी16:03:16
4 टू पूर्व फाल्गुनी22:04:31
1 टे उत्तर फाल्गुनी28:02:53*
मुहूर्त
राहु काल16:26 - 17:46अशुभ
यम घंटा12:24 - 13:45अशुभ
अभिजित्12:03 -12:46शुभ
दूर मुहूर्त16:20 - 17:03अशुभ
चोघडिया, दिन
उद्वेग07:02 - 08:23अशुभ
चर08:23 - 09:43शुभ
लाभ09:43 - 11:04शुभ
अमृत11:04 - 12:24शुभ
काल12:24 - 13:45अशुभ
शुभ13:45 - 15:05शुभ
रोग15:05 - 16:26अशुभ
उद्वेग16:26 - 17:46अशुभ
चोघडिया, रात
शुभ17:46 - 19:26शुभ
अमृत19:26 - 21:05शुभ
चर21:05 - 22:45शुभ
रोग22:45 - 24:25*अशुभ
काल24:25* - 26:04*अशुभ
लाभ26:04* - 27:44*शुभ
उद्वेग27:44* - 29:23*अशुभ
शुभ29:23* - 31:03*शुभ
(अंतिम कॉलम अंत समय है.) 
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विशेष विवेचन -     आकाशदर्शन/स्वाध्याय बोध   -कानजी अनला नवमी उडीसा। पूर्व अग्नि दिशाएँ प्रभावित। वणिज जनहित योजना । अनुसंधान शिक्षा-तकनीकी एवं राज     प्रकरण में  नव चिंतन । ग्राफिक्स वणिज प्रभावित पर। । ##############
*अन्तिम कालम अन्त  समाप्तिकाल है।   
*समय आधी रात के बाद, लेकिन अगले दिन के सूर्योदय से पहले। तिथि - वार- नक्षत्र - योग - करण पंचांग में किसी के अशुभ प्रभाव में शुभाधिक्यता में सुयोग की तथा भद्रादि के यथा परिहार की मान्यता प्रचलित। कहीं स्थानीय यथाव्यवस्था देशाचारीय मान्यता से व्रतपर्वोत्सवोंकी व्यावहारिकता प्रचलित । जीवोत्थान स्थानीय देशान्तर - अक्षांश पर संगणित। विशेषार्थ आपके स्थलीय पंचांग दृष्टव्य। 
@जीवोत्थान जन्म राशि फलानुमान @
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जन्मराशितःआज सांकेतिक फलानुमान   
(विशेषार्थ स्वजन्म पत्रिका दृष्टव्य)   (एकन्दर राशि फल बोध 
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मेष तुला राशि वालों के लिये दिनमान के मिश्रित , वृष मकर कन्या के लिए अड़चन फलद समय  तथा अन्य हेतु अपेक्षाकृत दिनमान ठीक।)
जन्म राशि - - - - - समेकित फलानुमान 
मेष    -    मिश्रित 58 %
वृष. - परेशानी 66 %
मिथुन  -  सुधार 61 %
कर्क.   - अच्छा 53 %
सिंह. -   अच्छा 63 %
कन्या.  -  अवरोध 56 %
तुला.  मिश्रित 58 %
वृश्चिक सुधार 68 %
धन. -  अच्छा 63 %
मकर.   -  उलझन 56 %
कुंभ.   - अच्छा 53 %
मीन.   -  अच्छा 63 %
विशेष - दिन शुद्धि सामान्यतः ठीक ठाक फलद  है। 
जीवोत्थान पाक्षिक जन्म राशि  समेकित फलानुमान
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(नवंबर उत्तरार्ध)
जन्म राशितः
मेष - - मिश्रित 
वृष - - - -मिश्रित 
मिथुन - - - - - - अनुकूलता 
कर्क - - - - -  मिश्रित 
सिंह - - - - -अवरोध 
कन्या - - - -अच्छा 
तुला - - - - सुधार 
वृश्चिक - - - - उलझन 
धन - - - - - - - -मिश्रित 
मकर - - - - - तरक्की
कुंभ - - - - -  अच्छा 
मीन - - - - - - ठीक ठीक 
{(जीवात्मा की विचित्रता, ग्रह-प्रकृति फल भोग।
कर्मफल के सार से, जीवनचक्र - संजोग ।।
स्वात्मदेव सुसाक्षी रख, स्मरण  परब्रह्म  साथ।
   स्वशुद्धभाव  कर्मरत्  हो ,तो साथ रहे नाथ।
सम्मान प्रदान,दिया,लिया,,यथाभाग्य सब लेख। 
सुजन  निभावे पात्रता,आप्राण विधि- प्रलेख।।)} 
भारत की अद्वितीय विशेषताओं का, 
  अनवरत् दिव्यामृतपान करनाहै।
   "ब्रह्माण्डोत्थान" हेतु मानवादर्श का, 
   'जीवोत्थान 'सदाश्रय को अपनाना है।। 
परिवारे गृहे देशे, स्वस्त्यस्त्वद्यदिने शुभे। 
परब्रह्मप्रसादेन, सर्वानुकूलमङ्गलम्।।
विद्या- दीक्षादिसंस्कार-वृत्तिर्जीवनसाधनम्।                  

प्रचलिते कलौ काले,चाशीर्वादोऽपि तादृशः!।।           🙏🙏👏💐🌹🌺🌷
ॐमहर्षि  - यादवेन्द्र जीवोत्थान उदयपुर


साभार :


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