उत्तर पश्चिम रेलवे ने अब तक २२५९ किलोमीटर ट्रेक का किया विद्युतीकरण

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Published on : 12 Nov, 21 04:11

उत्तर पश्चिम रेलवे के रेवाडी-पालनपुर रेलखण्ड पर दोहरीकरण के बाद अब विद्युतीकरण कार्य पूर्ण

उत्तर पश्चिम रेलवे ने अब तक २२५९ किलोमीटर ट्रेक का किया विद्युतीकरण

उत्तर पश्चिम रेलवे पर पर्यावरण अनुकूल रेल संचालन के लिये विद्युतीकरण रेल का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। रेवाडी से पालनपुर तक विद्युतीकरण के कार्य को विभिन्न चरणों में पूरा कर एतिहासिक उपलब्धि प्राप्त की है। रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा अजमेर-दौराई व ब्यावर-गुडिया के ५०.१७ किलोमीटर रेलमार्ग को दिनांक २९.१०.२०२१ को इलेक्ट्रिक ट्रेक्शन पर रेल संचालन हेतु अनुमोदित किया है। श्री विजय शर्मा के दिशा-निर्देशों के अनुसार दिनांक १०.११.२०२१ को पालनपुर से मदार के लिये गुड्स ट्रेन का संचालन इलेक्ट्रिक ट्रेक्शन पर प्रारम्भ किया गया है। रेवाडी से पालनपुर रेलखण्ड के विद्युतीकरण व दोहरीकरण हो जाने से रेल संचालन सुगम व तीव्र गति से किया जाना संभव होगा।
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्फ अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार उत्तर पश्चिम रेलवे पर रेल विद्युतीकरण के कार्य तीव्र गति से किये जा रहे है तथा वर्ष २०२३ तक सभी मार्गों का विद्युतीकरण करने का लक्ष्य रखा गया है। इसी क्रम में उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य रेलमार्ग रेवाडी से पालनपुर ७१६ किलोमीटर रेलखण्ड का विद्युतीकरण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। उल्लेखनीय है रेवाडी-पालनपुर मार्ग का सम्पूर्ण दोहरीकरण कार्य दिनांक २०.०३.२०२१ को पूरा किया गया था। रेवाडी पालनपुर रेलखण्ड पर रेवाडी-अलवर रेलखण्ड के विद्युतीकरण का कार्य वर्ष २०११-१२ में ११८ करोड की लागत से तथा रेवाडी-रींगस-फुलेरा-पालनपुर व अलवर-जयपुर-फुलेरा ९४० किलोमीटर रेलखण्ड के विद्युतीकरण का कार्य २०१३-१४ में ८५२ करोड*रूपये  की लागत के साथ स्वीकृत किया गया। दिल्ली-रेवाडी-रींगस-फुलेरा-पालनपुर व कनकपुरा-मदार रेलमार्ग पर हाई राइज ओएचई लाइन स्थापित की गई है, जिससे इस मार्ग पर डबल स्टैक ट्रेनों को पर्यावरण अनुकूल इलेक्ट्रिक ट्रेक्शन पर सुगमता के साथ संचालित की जा सकें। 
उत्तर पश्चिम रेलवे पर अब तक २२५९ किलोमीटर रेल लाइन पर पर्यावरण अनुकूल विद्युतीकरण का कार्य पूर्ण कर गया है। उत्तर पश्चिम रेलवे के महत्वपूर्ण रेलखण्ड रेवाडी-अजमेर वाया फुलेरा, रेवाडी-अजमेर वाया जयपुर, जयपुर-सवाई माधोपुर एवं अजमेर-उदयपुर रेलखण्डों पर इलेक्ट्रिक ट्रेक्शन पर यात्री रेलसेवाओं का संचालन किया जा रहा है। राजस्थान के प्रमुख क्षेत्रों उदयपुर, अजमेर तथा जयपुर का जुडाव इलेक्ट्रिक ट्रेक्शन से सम्फ स्थापित हो गया है। वर्तमान में उत्तर पश्चिम रेलवे पर ५० जोडी पसैन्जर ट्रेनों का संचालन इलेक्ट्रिक ट्रेक्शन पर किया जा रहा है। उत्तर पश्चिम रेलवे पर वर्ष २०२१-२२ में ९७६ किलोमीटर ब्रॉडगेज लाइनों को विद्युतीकृत किये जाने का लक्ष्य रखा गया है। 
रेल विद्युतीकरण से निम्न फायदे होते है-

1-    डीजल इंजन के धुएं से होने वाले प्रदुषण से मुक्ति
2-    अधिक ट्रेनों का संचालन संभव
3-    ईंधन आयात पर निर्भरता में कमी
इलेक्ट्रीक गाडियों की परम्परागत गाडियों से faster acceleration/deacceleration के कारण इसकी औसत गति अधिक होती है।
डीजल की अपेक्षा बिजली की लागत कम होने से राजस्व की बचत 
 


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